अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ किसानों की कर्जमाफी के पक्ष में नहीं
गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में पहली महिला आर्थिक सलाहकार हैं
गीता गोपीनाथ ने कहा है कि भारत में कृषि क्षेत्र का संकट पर भी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की नजर है I गीता गोपीनाथ ने कहा कि कृषि क्षेत्र में भी कई गंभीर संकट है I इस पर बहुत कुछ करने की जरूरत है I गीता गोपीनाथ ने कहा कि कृषि श्रेत्र का संकट दूर करने के लिए किसानों के कर्जमाफी जैसे उपाय नहीं अपनाए जाने चाहिए, इसकी जगह उनको नगद में मदद मिलनी चाहिए I लेकिन इसके लिए इनपुट सब्सिडी दी जाए यह भी जरूरी नहीं हैI ब्लूमबर्ग के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक मोदी सरकार किसानों को सब्सि़डी देने के बजाए उनके खाते में पैसा डालने की योजना बना रही है, इस योजना से सरकार के खजाने में 70 हजार करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा I
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें