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RBI  सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपए ट्रांसफर करेगा.


केंद्रीय बैंक ने बोर्ड की बैठक के बाद इसकी घोषणा की. इस राशि में 1.23 लाख करोड़ 2018-19 का सरप्लस रक़म शामिल है और 52,637 करोड़ रुपए इकनॉमिक कैपिटल फ्रेमवर्क यानी ईसीएफ के तहत मिलेंगे.


आरबीआई ने बोर्ड की बैठक के बाद सोमवार को इसे लेकर बयान जारी किया. आरबीआई को यह सरप्लस रक़म विदेशी मुद्राओं की अदला-बदली और ओपन मार्केट ऑपरेशन से हासिल हुई थी.


सरप्लस रक़म का ट्रांसफर आरबीआई के पूर्व गवर्नर बिमल जालान की अध्यक्षता वाली समिति की सिफ़ारिश के आधार पर किया जाएगा. आरबीआई बोर्ड ने जालान समिति की सारी सिफ़ारिशें मान ली हैं.


इसके अलावा अतिरिक्त 86,000 करोड़ रुपए सरकार को इस साल मिलेंगे. इसके अलावा बजट की तय राशि 90,000 करोड़ भी मिलनी है. विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को ऐसा इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि उसने राजस्व वसूली का जो लक्ष्य रखा था वो हासिल नहीं हुआ



कर्नाटक की  येदियुरप्पा सरकार में तीन उपमुख्यमंत्री
कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार में तीन उपमुख्यमंत्री होंगे. क़रीब एक सप्ताह के इंतज़ार के बाद येदियुरप्पा सरकार के मंत्रियों के विभाग का बँटवारा हुआ है.


इसमें ख़ास बात यह है कि राज्य में तीन-तीन उपमुख्यमंत्री होंगे. बीजेपी ने एक लिंगायत, एक वोक्कालीगा और एक दलित समुदाय के नेता को उपमुख्यमंत्री बनाया है.


विधानसभा में पोर्न देखते हुए चर्चा में आए और विधानसभा चुनाव हार चुके लिंगायत नेता लक्ष्मण सावदी, वोक्कालीगा नेता और जेडीएस-कांग्रेस में हुई बग़ावत में अहम भूमिका निभाने वाले अश्वत नारायण और दलित नेता गोविंद करजोल को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा पर नकेल कसने के लिए तीन तीन उपमुख्यमंत्री बनाए हैं.



पी चिदंबरम को राहत नहीं
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के लिए सोमवार का दिन झटके वाला रहा. आईएनएक्स मीडिया केस में चिदंबरम की सीबीआई हिरासत और चार दिन के लिए बढ़ा दी गई है. सीबीआई के स्पेशल जज अजय कुमार कुहर ने चिदंबरम की हिरासत बढ़ाने की मांग मान ली जबकि सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की गिरफ़्तारी को चुनौती देने वाली याचिका ख़ारिज हो गई.


इसके अलावा चिदंबरम ने ईडी की गिरफ़्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम ज़मानत की याचिका दायर की थी. ईडी से गिरफ़्तारी से मंलवार तक की छूट मिल गई है लेकिन इस पर अभी सुनवाई पूरी नहीं हुई है।


वर्ल्ड चैंपियन सिंधु भारत लौटीं
पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली पीवी सिंधु मंगलवार की सुबह स्विटज़रलैंड से भारत लौटीं. नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका खेल प्रेमियों ने स्वागत किया.


इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए पीवी सिंधु ने कहा कि वर्ल्ड चैंपियनशिप का ख़िताब जीतना उनके लिए ऐतिहासिक है और उन्हें एक भारतीय होने पर गर्व है.


24 साल की सिंधु पहली भारतीय हैं जिन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप का ख़िताब जीतने का करिश्मा कर दिखाया है. सिंधु को इससे पहले 2017 और 2018 में वर्ल्ड चैंपियनशिप के फ़ाइनल मुक़ाबले में हार का सामना करना पड़ा था.


लेकिन तीसरे मौके पर उन्होंने इतिहास रच ही दिया. उन्होंने यह भी कहा है कि आने वाले दिनों में ज़्यादा मेहनत करेंगी ताकि देश के लिए ज़्यादा मेडल जीत सकें.


अमेज़न के जंगल में आग



ब्राज़ील के पर्यावरण मंत्री रिकार्डो सैलेस ने अमेज़न में लगी आग को बुझाने के लिए जी-7 देशों की ओर से आर्थिक मदद का स्वागत किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि ये ब्राज़ील तय करेगा कि इस पैसे का कैसे इस्तेमाल किया जाए.


जी7 देशों ने 2 करोड़ 20 लाख डॉलर आर्थिक मदद देने का वादा किया है, जिसमें अधिकांश खर्च अग्निशमन विमानों पर होगा. राष्ट्रपति जायेर बोलसोनारो ने फ़्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों पर ब्राज़ील के साथ उपनिवेश की तरह बर्ताव करने का आरोप लगाया। 
         ब्राज़ीली राष्ट्रपति बोलसोनारो अपनी पत्नी के साथ
दरअसल पिछले कुछ समय में अमेज़न के जंगलों में लगी आग के चलते मैक्रों और बोलसोनारो के बीच कूटनीतिक खींचतान देखने को मिली है. मैक्रों इस आग के ख़िलाफ़ कुछ क़दम उठाने के लिए दुनिया भर के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं.


मैक्रों इस आग को अंतरराष्ट्रीय संकट बता रहे हैं. इस आग के लिए पर्यावरण कार्यकर्ता भी बोलसोनारो को की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया रहे हैं.


वहीं दूसरी ओर ब्राज़ील के जी-7 का नहीं है. बोलसोनारो मैक्रों को उपनिवेशवादी मानसिकता से प्रेरित बताया है.


दक्षिण पंथी ब्राज़ीली राष्ट्रपति बोलसोनारो महिलाओं, काले लोगों और अल्पसंख्यकों के लिए अपमानजनक टिप्पणियों के लिए कुख़्यात रहे हैं.


सितंबर, 2014 में ब्राज़ीली संसद में डिबेट के दौरान उन्होंने वामपंथी सासंद मारियो डू रोसारियो को लेकर ऐसी ही एक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, "मैं तुम्हारा रेप नहीं करूंगा क्योंकि तुम यह डिज़र्व नहीं करती हो." इस पर काफ़ी हंगामा मचा है।अप्रैल, 2017 में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्होंने अपनी बेटी को लेकर ही एक आपत्तिजनक बात कह दी थी. उन्होंने कहा था, "मेरे पांच बच्चे हैं. चार लड़के हैं. पांचवीं बार मैं कमजोर पड़ा और लड़की पैदा हुई."



 जैश ने हमले के लिए बनाया समुद्री दस्ता:


नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने आतंकी हमले के लिए अंडरवाटर विंग (समुद्री दस्ता) बनाया है और इन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है.


उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ऐसे किसी भई हमले को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार है. नौसेना प्रमुख ने कहा कि हमें खुफ़िया सूचनाएं मिली हैं कि जैश ए मोहम्मद की अंडरवाटर विंग को जल क्षेत्र से हमले के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.


एडमिरल सिंह ने कहा कि तटीय सुरक्षा से जुड़े सभी पक्ष सुनिश्चित कर रहे हैं कि समुद्र के रास्ते कोई घुसपैठ न हो.


अर्थव्यवस्था में सुस्ती की ख़बरों के बीच इकोनामिक टाइम्स ने एक ख़बर प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि एक तरफ़ बिस्किट्स की बिक्री कम हो रही है तो दूसरी तरफ़ कुकीज़ की मांग बढ़ रही है. ख़बर में कहा गया है कि उपभोक्ता सामानों की बिक्री में जो सुस्ती आई है वो खासकर ग्रामीण इलाक़ों में मांग में आई कमी का नतीजा है.



डोनल्ड ट्रंप ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी से मिलने को तैयार

अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो सही वक़्त पर ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से मिलना चाहेंगे.


फ़्रांस में जी7 की बैठक में रविवार को अचानक ईरान के विदेश मंत्री पहुंचे थे. उसके बाद ट्रंप का ये बयान आया.


ईरान के परमाणु गतिविधियों पर अंकुश लगाने वाले 2015 के समझौते से पिछले साल अमरीका के एकतरफ़ा हट जाने के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में काफ़ी तनाव आ गया है.


हालांकि सोमवार को ट्रंप ने कहा कि ईरान के साथ एक नए परमाणु समझौते की संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं.


जी7 के संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में फ्रांसीसी नेता इमैनुएल मैक्रां के साथ मौजूद ट्रंप ने कहा, "जब मैं ढाई साल पहले राष्ट्रपति बना था, उस समय जैसा ईरान था अब वो वैसा  ईरान को अचानक जी-7 की बैठक में क्यों बुलाया गया. उन्होंने कहा, "मैं वाकई मानता हूं कि ईरान एक महान राष्ट्र हो सकता है... लेकिन वह परमाणु हथियार नहीं रख सकते."


इससे पहले सोमवार को रुहानी ने कहा था कि अगर उन्हें लगता है कि ईरान को फ़ायदा पहुंचेगा तो वो किसी से भी मिलने को तैयार हैं.


उन्होंने कहा, "अगर मुझे ये पक्का हो जाए कि किसी से मुलाक़ात करने से मेरे देश के विकास में मदद मिलेगी और जनता की समस्याएं हल होंगी तो मैं ऐसा करने से पीछे नहीं हटूंगा." ट्रंप की ये टिप्पणी जी7 देशों के शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर आया है. इस बैठक में कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हुए थे.


इस बैठक में विश्व व्यापार, अमेज़न के जंगलों में आग और यूक्रेन, लीबिया, हांग कांग के घटनाक्रमों समेत कई मसलों पर बातचीत हुई.


असल में ईरान के साथ परमाणु समझौते से अलग होने के बाद अमरीका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगा दिए थे.


इस समझौते में ब्रिटेन, फ़्रांस, जर्मनी, रूस और चीन भी शामिल रहे हैं. इन देशों ने परमाणु समझौते को बचाने की पूरी कोशिश की.


ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से हटे ट्रंप
'रूस सीरियाई राष्ट्रपति असद से दूरी बनाए'
बीते रविवार को ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जव्वाद ज़रीफ़ ने कहा कि बैठक से अलग फ्रांस के विदेश मंत्री और फ़्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रां के साथ उनकी बातचीत बहुत सकारात्मक रही.


इस समझौते को बचाने में मैक्रां ने काफ़ी सक्रिय भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि उनका मानना था कि ट्रंप और रुहानी के बीच मुलाक़ात के हालात बन चुके हैं.


उन्होंने कहा कि अभी कुछ पक्का नहीं है और चीज़ें अभी नाज़ुक दौर में है, लेकिन कुछ तकनीकी मसलों पर बातचीत शुरू हो चुकी है और उसमें प्रगति हो रही है.


मैक्रां ने कहा, "अगर वो राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मुलाक़ात के लिए राज़ी हों तो मुझे लगता है कि किसी समझौते पर पहुंचा जा सकता है." साल 2015 के समझौते में ईरान को अपनी परमाणु गतिविधियां 10 से 15 साल के लिए धीमी करनी थी और इसके बदले प्रतिबंधों में छूट दी जाती.


इस समझौते में यूरेनियम संग्रह को सीमित करना और अंतरराष्ट्रीय जांच की इजाज़त देना शामिल था.


इसके अलावा ये भी कहा गया था कि ईरान को हैवी वॉटर रिएक्टर बनाना चाहिए ताकि हथियार बनाने लायक प्लूटोनियम का उत्पादन ये नहीं कर पाए.


अमरीका ने बीते साल मई में समझौते से अलग होने की घोषणा की थी और नए परमाणु समझौते और प्रतिबंधों को हटाने के लिए 12 शर्तें लगाई थीं.


इसमें ईरान से बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर अंकुश लगाने और इलाकाई संघर्षों में शामिल होने से मना किया गया था. ईरान ने कहा था ये शर्तें उन्हें स्वीकार्य नहीं हैं. सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि किसी भी नए समझौते के लिए वो चाहेंगे कि परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल बिल्कुल न हो और लंबे समय के लिए हो. अभी साफ़ नहीं हुआ कि इन नई शर्तों को ईरान स्वीकार करेगा या नहीं. ईरान के सरकारी प्रेस टीवी में बिना नाम ज़ाहिर किए एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि ईरान ने मिसाइल प्रोग्राम को रोकने की शर्त को ख़ारिज कर दिया है.इस बीच मैक्रां ने कहा कि हमें इस बात को सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार नहीं पा सके लेकिन ईरानी इसके बदले किसी न किसी रूप में आर्थिक हर्जाना चाहते हैं.


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