कुछ स्थानों पर स्टेज-3 में पहुंचा, नहीं संभले तो हालात गंभीर

कोरोना महामारी किसी खास देश तक सीमित नहीं है। यह दुनिया के करीब करीब सभी मुल्कों में कहर बरपा रहा है। चीन के वुहान में तबाही की शुरुआत के बाद सबसे ज्यादा यूरोप और अमेरिका प्रभावित हैं। अगर भारत की बात करें तो यहां भी हाल के कुछ दिनों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। लेकिन यूरोप और अमेरिका की तुलना में यहां हालात नियंत्रण में है।  


6 अप्रैल को भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा नए केस सामने आने के बीच सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। देश में टेस्ट किट और मास्क की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए चीन और कई देशों को ऑर्डर दिए जा रहे है। चीन से भारत आईं 170 लाख PPE किट, कोरोना से बड़ी लड़ाई को लेकर सरकार ने तेज की तैयारियां​


अमेरिका में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 10,000 से अधिक हो गई है। इससे 10,335 लोगों की जान जा चुकी है।


पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'डटे रहिए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन। जल्द आपके साथ पूरी तरह स्वस्थ हालत में मुलाकात की उम्मीद है।'


भारत ने सोमवार को कोरोनो वायरस संकट के बीच चीन से 1.70 लाख पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) कवर के लिए सप्लाई लाइनें खोलीं। 20,000 कवर की घरेलू आपूर्ति के साथ, कुल 1.90 लाख कवरॉल अब अस्पतालों में वितरित किए जाएंगे और अब तक पहले से ही देश में उपलब्ध 3,87,473 पीपीई किट में जोड़ देंगे। पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) ऐसी किट होती हैं जिनका इस्तेमाल करके पूरे शरीर को कोरोना का इलाज करने के दौरान सुरक्षित किया जा सकता है। इनका इस्तेमाल स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित खतरनाक परिस्थिति में काम करने वाले लोग करते हैं।


भारत सरकार द्वारा अब तक कुल 2.94 लाख पीपीई कवर की व्यवस्था और आपूर्ति की गई है। इसके अलावा, दो लाख घरेलू उत्पादित N95 मास्क भी अलग अलग अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। इनमें भारत सरकार की ओर से 20 लाख से अधिक एन-95 मास्क की आपूर्ति की गई है।


देश में मौजूदा समय में लगभग 16 लाख एन-95 मास्क उपलब्ध हैं, और यह आंकड़ा दो लाख मास्क की ताज़ा आपूर्ति के साथ बढ़ेगा। ताजा आपूर्ति के ज्यादातर हिस्से को तमिलनाडु, महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और राजस्थान जैसे कोरोनो वायरस मामलों की अधिक संख्या वाले राज्यों में भेजा जा रहा है।


केंद्रीय संस्थानों जैसे AIIMS, सफदरजंग और RML अस्पताल, RIMS, NEIGRIHMS, BHU, और AMU को भी आपूर्ति भेजी जा रही है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'विदेशी आपूर्ति शुरू करने से COVID-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण खरीदने के प्रयासों में मदद मिलेगी।'


घरेलू क्षमताओं का भी पूरा इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है उत्तर रेलवे ने एक पीपीई कवरल विकसित किया है। यह डीआरडीओ द्वारा पहले विकसित पीपीई कवरॉल और एन-99 मास्क से अलग है। अब इन उत्पादों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।


सीतापुर में कोरोना के आठ नए केस सामने आए हैं. जिसमें सभी जमाती संक्रमित।


बलरामपुर की बीजेपी जिला अध्यक्ष मंजू तिवारी ने पहले दीप जलाई. इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की. अपने लाइसेंसी रिवॉल्वर से की हवाई फायरिंग।


लखनऊ की पहली कोरोना संक्रमित मरीज की सास, ससुर के बाद अब उसके ढाई साल के बेटे में कोरोना की पुष्टि हुई है. सिविल अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में परिवार के साथ लोग रखे गए थे।


उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की संख्या पहुंच गई है. जिसमें 50 फीसदी से अधिक जमातियों की देन है. संक्रमित जमातियों की कुल संख्या 159 पहुंच गई है. वहीं भारतीय सेना ने कैंट इलाके में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका. इंडियन आर्मी के मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पुलिस को जमातियों की सूचना दी. कैंट इलाके के सदर बाजार के एक मस्जिद में 12 जमाती छुपे थे.मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर पुलिस ने 12 जमातियों को क्वारंटीन किया. मेडिकल जांच में सदर की एक मस्जिद से 12 जमाती कोरोना पॉजिटिव मिले थे. जमातियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद इलाके को सील किया गया था. सदर बाजार लखनऊ के कैंट इलाके में आता है।


लखनऊ में सीएम ने किया एकीकृत आपदा नियंत्रण केंद्र का उद्घाटन।


यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि तबलीगी जमात के उन लोगों का इलाज जेलों की बैरक में किया जाए जो डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं. अगर ऐसे लोग बच जाए, तो उन पर कोरोना फैलाने की साज़िश के तहत मुकदमा चलाया जाए. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा है कि ऐसे कोरना पीड़ित की मृत्यु पर उसे डॉक्टरों की सलाह पर अंतिम संस्कार के रूप में जला दिया जाए।


बीजीपी के 40वें स्थापना दिवस पर सीएम योगी ने सभी कार्यकर्ताओं को दी बधाई।


सदर बाजार के बाद सआदतगंज, वजीरगंज,कैसरबाग और फूलबाग के भी उन इलाकों को सील किया गया है, जहां कोरोना पॉजिटिव 7 जमाती और मिले है।


लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित कठौता झील में नहाने के लिए उतरे 24 और 26 साल के 2 युवकों की डूबने से मौत।
कोरोना: उद्धव ठाकरे के घर के पास एक चायवाला संक्रमित मिला, 'मातोश्री' और दो निजी अस्पताल सील।
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सीमेंट कंपनियां अपना माल उतारें: रेलवे।


लॉकडाउन में ही रहना पड़ेगा, लंबी हो रही है कोरोना से लड़ाई।


सांंसदोंं की सैलरी में 30 फीसदी कटौती, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री भी कम वेतन लेंगे।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए रेलवे ने आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किए 2500 डिब्बे।
एम्स के निदेशक ने माना कुछ स्थानों पर स्टेज-3 में पहुंचा
नहीं संभले तो हालात गंभीर होने का अनुमान
लोगों की लापरवाही से बढ़ रहा है मामला. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि देश के कुछ स्थानों में कोविड-19 स्टेज-3 में पहुंच चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा के पांच गांवों को क्वारंटीन करके उनकी निगरानी की जा रही है।


केंद्रीय मंत्रिमंडल का फैसला : लड़ाई लंबी चलेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह भाजपा मुख्यालय में स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लंबी लड़ाई का संकेत दिया। दोपहर में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी।


कैबिनेट के निर्णय से साफ है कि कोविड-19 की लड़ाई आगे और बढ़ने वाली है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सिस्टम को और मजबूत करने का निर्णय हुआ है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसदों के वेतन में 30 फीसदी की कटौती करके इसे कोविड-19 से लड़ने में खर्च करने का निर्णय लिया गया है।


दूसरा बड़ा फैसला सांसद निधि के लिए जारी होने वाले 7,900 करोड़ रुपये के वित्तवर्ष 2020-21 और 2021-22 के फंड का इस्तेमाल भी कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में किया जाएगा।
दोपहर बाद प्रेसवार्ता में संयुक्त सचिव ने दिया संकेत
दोपहर बाद कोविड-19 की नियमित प्रेसवार्ता में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला ने भी लड़ाई लंबी चलने का संकेत दिया। देश में कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या 4067 हो गई। इसमें 76 फीसदी पुरुष, 24 फीसदी महिलाएं, 47 फीसदी लोग 40 साल की उम्र से कम के हैं।


295 संक्रमित ठीक हुए हैं, तो 109 कोविड-19 के संक्रमण में जान गवां बैठे हैं। 24 घंटे के भीतर 13 लोगों की मौत का आंकड़ा चौकाने वाला है। दु:खद है कि कोविड-19 संक्रमण की संभावना में 25500 तब्लीगी जमात के लोग क्वारंटीन किए गए हैं।


1445 में संक्रमण फैलने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्रालय का यह आंकड़ा अब डरा रहा है। कोविड-19 का संक्रमण बढ़ रहा है।
कोविड-19 दे रहा है अब कड़ी चेतावनी
डाक्टर अश्विन चौबे और नार्थ दिल्ली मेडिकल कालेज के प्रो. डा. राम अब इसे कोविड-19 की बड़ी चेतावनी मान रहे हैं। राम का कहना है कि एक तरफ संक्रमण बढ़ रहा है, दूसरी तरफ हमारे पास चिकित्सा उपकरणों, सुरक्षा उपायों जैसे पीपीई किट, जांच किट की भारी कमी है।


अभी डाक्टरों को ही गुणवत्ता के मास्क और किट नहीं मिल पा रहे हैं। 50 से अधिक डाक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। डा. अश्विन चौबे का कहना है कि दूरदराज के स्थानों पर यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।


डा. अश्विन चौबे राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उनका कहना है कि उनके अपने मित्रों से बात हो रही थी, हर जगह मास्क आदि की कमी है। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में कादीपुर तहसील में तैनात डा. अजय सिंह का कहना है कि लोगों में डर है, लेकिन लापरवाही भी है।


मास्क आदि की समस्या तो है। ऐसे में चिकित्सकों का कहना है कि कोविड-19 का संक्रमण अब कड़ी चेतावनी दे रहा है। बताते हैं स्टेज-3 में भारत ने प्रवेश करना शुरू कर दिया है।
लॉकडाउन लंबा चलेगा
 उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्रालय के प्रमुख सचिव का कहना है कि उन्हें लॉकडाउन खत्म होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। सूत्र का कहना है कि 14 अप्रैल के बाद सही स्थिति का पता चलेगा, लेकिन वह मानकर चल रहे हैं, लॉकडाउन हटाने का समय नहीं आया है।


सूत्र का कहना है कि केजीएमयू और एसजीपीजीआई के चिकित्सकों से उन्होंने राय ली थी। वह कई स्तरों पर जानकारी एकत्र कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि तब्लीगी जमात के लोगों की तरह ही देश में या राज्यों में कोरोना के संक्रमित पहुंच चुके थे।


लोगों ने खुद इस मामले में लापरवाही की। जांच के लिए आगे नहीं आए। खुद को क्वारंटीन होने से बचाते रहे। मुझे लग रहा है कि स्थिति के यहां तक पहुंचने का कारण यही है। पटपड़गंज के एक अस्पताल की सुनिए। एक निजी अस्पताल के डा. सर्जिकल मास्क लगाकर मरीज देख रहे थे। उनके पास एक मरीज कोविड-19 से संक्रमित की संभावना वाला आया।


मरीज इस समय दिल्ली के जीटीबी हास्पिटल में हैं, लेकिन चिकित्सक ने खुद को क्वारंटीन कर लिया है। डाक्टर साहब का कहना है कि मरीज को भी संक्रमण की आशंका थी, लेकिन वह बिना पूरी सावधानी के आया था।


वहीं डा. साहब को प्रयास करके भी एन-95 स्तर का मास्क नहीं मिल सका था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का मानना है कि अब तक 50 से अधिक डाक्टर, नर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ कोविड-19 से संक्रमित हो चुका है।



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