अम्फान से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही

 चक्रवाती तूफान अम्फान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई है और अब बांग्लादेश में जाकर इसके शांत होने का अनुमान है। वहीं देश में कोरोना के मामलों की रफ्तार तेज हो गई है। लॉकडाउन के नियमों में ढील के बाद कई जगहों पर काफी भीड़ देखी जा रही है।  प्रवासी लोगों के लिए रेलवे बड़ी राहत लेकर आया है। रेलवे ने खासतौर पर देश के छोटे कस्बों और शहरों में रहने वालों को बड़ी राहत देते हुए रोजाना जून से 200 विशेष रेलगाड़ियां चलाने का फैसला किया है। इन ट्रनों के लिए टिकटों की ब्रिकी आज सुबह 10 बजे से शुरू होगी। इन रेलगाड़ियों में नॉन एसी द्वितीय श्रेणी के डिब्बे होंगे और ये रोजाना चलेंगी।

ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवाती तूफान अम्फान ने भारी तबाही मचाई है। इस तूफान की वजह से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने के बाद यह और तेज हो गया जिस वजह से तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुयी।





 देश में कोरोना के मामले 1.12 लाख के आंकड़े को पार कर चुके हैं और ये मामले बढ़ने का सिलसिला जारी है .महाराष्ट्र कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है देश में ज्यादातर मामले इसी राज्य से सामने आए हैं। 

 सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में कांग्रेस नेता पंकज पुनिया को हरियाणा के करनाल में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा। 


नेपाल ने नया नक्शा जारी किया है, जिसमें लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को अपना क्षेत्र बताया है। जबकि भारत वर्षों से इन तीनों इलाके को अपना हिस्सा मानता आ रहा है। नेपाल के नए नक्शे से विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। अब इस पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 


 उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में कोविड-19 के केस में वृद्धि देखने को मिली है। एक समय तक इसके संक्रमण पर यूपी सरकार एक हद तक रोक लगाने में सफल होती दिखी लेकिन प्रवासी मजदूरों का आवागमन शुरू होने के साथ ही कोरोना के मामले में एक बार फिर बढ़ने लगे। सूबे के 80 में से 52 जिलों में इस महामारी का प्रकोप देखा जा रहा है। राजधानी लखनऊ भी इससे अछूती नहीं है। 


बिहार की राजधानी पटना राज्य में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 5 जिले में शामिल है। यह बात अलग है कि पटना टॉप-5 जिलों में आखिरी पायदान पर है। राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक सात मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 की सबसे अधिक संख्या सिवान में 29 इसके बाद नालंदा में  28, मुंगेर में 20 और बेगूसराय में 9 है। 


मध्यप्रदेश की औद्योगित नगरी और आर्थिक राजधानी कहा जाने वाला इंदौर शहर इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। पिछले तीन साल में इंदौर ने देश के सबसे साफ शहर के रूप में जो छवि बनाई थी उसे तीन महीने में कोरोना ने लील लिया है। यहां के हालात बद से बदतर होते जा रहे


चेन्नई सुपर किंग्स को अपनी टीम के कप्तान एमएस धोनी की रह-रहकर याद सता रही है। टीम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से धोनी का एक और वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में, धोनी दरवाजे से बाहर आते हुए बस में बैठने जा रहे हैं। उनके साथ 'चिन्ना थाला' यानी सुरेश रैना भी हैं। इस वीडियो में प्रशंसकों को धोनी के लिए चिल्लाते हुए देखा जा सकता है।


यूपी में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हरदोई जिले में बुधवार को कोरोना का एक और मरीज बढ़ गया है। अतरौली थाना क्षेत्र के भरावन निवासी युवक की जांच के लिए नमूना 18 मई को लखनऊ मेडिकल कॉलेज भेजा गया था।


हरदोई जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। इनमें से दो स्वस्थ हो चुके हैं। हरदोई में 17 एक्टिव केस हैं।


बहरौली गांव के प्राथमिक विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर में गुजरात से लौटे पांच लोगों के परिवार की एक महिला की हालत बुधवार को अचानक खराब हो गई। परिजनों ने ग्राम प्रधान की मदद से उसे सीएचसी बिंदकी में भर्ती कराया। वहां से उसे फतेहपुर रेफर कर दिया गया। चार घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण महिला दर्द और बुखार से कराहती रही।


Fatehpur बिंदकी तहसील क्षेत्र के बहरौली गांव निवासी धर्मेंद्र अपनी पत्नी सोनल, माता निर्मला, पिता जितेंद्र और छोटे भाई धीरेंद्र के साथ गुजरात के नौसारी जिला में एक हीरा कंपनी में हीरे की घिसाई का काम करते थे। तेरह मई को वह गुजरात से अपने पूरे परिवार के साथ गांव बहरौली आए।


स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात सामान्य स्थिति होने पर गांव में ही स्थित प्राथमिक विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर में सात दिन से रह रहे थे। मंगलवार को अचानक धर्मेंद्र की पत्नी सोनल को तेज बुखार, उल्टी के साथ चक्कर आने लगे। बुधवार को तबीयत ज्यादा खराब देख परिजन सीएचसी लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।


फतेहपुर ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस पर दोपहर लगभग एक बजे फोन किया गया लेकिन शाम पांच बजे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। महिला दर्द से कराहती रही। बाद में करीब सवा पांच बजे एंबुलेंस के आने पर महिला को सदर भेजा जा सका। चिकित्साधीक्षक सुनील कुमार चौरसिया ने बताया कि बिंदकी सीएचसी की एक एंबुलेंस पिछले कई दिनों से खराब है।


एंबुलेंस क्वारंटीन सेंटर में मरीजों को छोड़ने के बाद उन्हें सैनिटाइज किया जाता है इसलिए हो सकता है एंबुलेंस आने में देर हो गई हो फिर भी एंबुलेंस के ना आने के कारण की जांच की जाएगी।


जिले में कोरोना वायरस के मरीज कम होते नजर नहीं आ रहे हैं। रोजाना बढ़ रही संख्या में बुधवार को एक मरीज की और बढ़ोत्तरी हो गई है। सूरत से अपने गांव नेवलापुर लौटे युवक की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। जिसके बाद प्रशासन पहले की तरह हरकत में आ गया है। अधिकारी व स्वास्थ्य टीमों ने गांव पहुंचकर लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी।


मलवां ब्लाक के नेवलापुर गांव का रहने वाला एक युवक गुजरात प्रांत के सूरत शहर में रहता था। बताया जा रहा है कि वह 15 मई को ही सूरत से वापस गांव आया था। लेकिन वह गांव में जाने के बजाय गांव के ही स्पोर्ट हास्टल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में रुक गया था। जहां उस पर डाक्टरों की टीम ने कोरोना वायरस के लक्षण देखे तो उसका सैम्पल 16 मई को प्रयागराज मोतीलाल नेहरू अस्पताल में भेज दिया गया। बुधवार को कुल 69 रिपोर्ट आईं जिसमें नेवलापुर का युवक पाजीटिव निकला। इसके बाद डीएम संजीव सिंह ने गांव को कन्टेनमेन्ट एरिया घोषित कर सम्बन्धित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। मामले की जानकारी पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांव पहुंची और घरों से न निकलने की अपील की। हालांकि संक्रमित युवक गांव के भीतर नहीं गया बावजूद इसके गांव में शाम को पुलिस पहुंची और लोगों से घरों में रहने की अपील करते हुए गांव को सील कर दिया। ग्रामीणों को गांव में क्वारंटीन सेंटर खुलने से पहले से ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था अब गांव का एक युवक संक्रमित मिलने से मुसीबत बढ़ गई है।


 


 


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