मानसून का आगाज़
कोरोना मरीज 226770 मौत 6348
सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगातार अलग अलग तरह की गाइडलाइंस जारी की जा रही हैं, हाल ही में होटल, मॉल और धार्मिक स्थलों को लेकर गाइडलाइन जारी की गई हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 25 हजार पार पहुंच चुका है। पाकिस्तान में भारतीय राजदूत के साथ शर्मनाक व्यवहार किया गया है, और यहां ISI ने गुर्गे उनका पीछा करते नजर आए . पूर्वी लद्दाख में जहां LAC पर भारत और चीन के बीच तनातनी बनी हुई है, वहीं अब चीन नेपाल के साथ लिपुलेख में भारत के सीमा विवाद के मामले में भी हस्तक्षेप करता नजर आ रहा है। पूर्वी लद्दाख में पहले से ही जारी टकराव के बीच चीन ने अब लिपुलेख में भी भारतीय निर्माण पर आपत्ति जताई है, जिसके बाद सीमा पर गश्त बढ़ा दी गई है।
केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके बकाया माल एवं सेवा कर (जीएसटी) जारी कर दिया है। कोरोना संकट के इस दौर में राज्य काफी समय से इस पैसे की मांग कर रहे थे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिला जनधन बैंक खाताधारकों को लेकर अहम जानकारी देते हुए बताया कि 500 रुपये की अंतिम किस्त 5 जून से मिलने लगेगी।
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली हिंसा के आरोपी आप के निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन का फिर से समर्थन किया है।
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच गुरुवार को महत्वपूर्ण रक्षा करार हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने यूएनएससी में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है।
चीन में मासूम स्कूली बच्चों पर एक हमलावर ने अटैक कर दिया, जिसमें करीब 40 बच्चे घायल हो गए है, हमला करने वाला स्कूल का ही सिक्योरिटी गार्ड है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के संक्रमण से कम से कम 30 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है।
केरल में एक प्रेग्नेंट हथिनी की मौत मामले पर केरल के केरल के मुख्मंमंत्री का बयान सामने आया है उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
2200 से अधिक तब्लीगी जमात के भारत में प्रवेश पर 10 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। तब्लीगी जमात मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 541 विदेशी नागरिकों के नाम 12 नए आरोपपत्र दायर किए हैं।
अब दिल्ली ट्रेन, बस या फ्लाइट से पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 7 दिन के लिए क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा। तेजी से बढ़ते मामलो को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
मानसून की धमाकेदार आमद ने शुरुआत में ही मुसीबत खड़ी कर दी। मानसून का आगाज़ हो चुका है। लेकिन इस बार मानसून अकेला नहीं आया, यह अपने साथ समुद्री तूफान भी साथ लाया। महाराष्ट्र और गुजरात में काफी नुकसान पहुंचा है। तूफान तो थम चुका है लेकिन अभी खतरा कायम है। इसके असर के चलते शुक्रवार, 5 जून को महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में भारी बारिश की आशंका है। इन राज्यों के दर्जनों जिले इस बारिश से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा उत्तर भारत के भी कुछ राज्यों में बारिश की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तर प्रदेश के मध्य हिस्सों में भी कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है। समुद्री तूफान निसर्ग के कारण दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तर भारत के भागों में बादल पहुंचे हैं। इसके चलते इन राज्यों में अगले 24 घंटों में बारिश के आसार हैं। आगे बढ़ रहा तूफान निसर्ग अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जा रहा है, लेकिन इसके प्रभाव से उत्तरी महाराष्ट्र के कई जिलों और मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना बन गई है। मध्यप्रदेश में आज कई शहरों में बारिश हुई है।अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पश्चिम उत्तर प्रदेश छिटपुट हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बौछारें गिर सकती हैं।उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आज रात मौसम बिगड़ सकता है। यहां अमेठी, बहराइच, बांदा, बाराबंकी, बरेली, गाज़ीपुर, गोरखुपर, हमीरपुर, हरदोई, जौनपुर, झांसी, कानपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी आदि शहर इस बारिश से प्रभावित हो सकते हैं।अगले 24 घंटों में छत्तीसगढ़ के कोरिया, जशपुर, सरगुजा, बिरामपुर, सूरजपुर, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, कबीरधाम, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग, बलौदाबाजार, रायपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे या अधिक गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। यहां मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। गुजरात के भावनगर, बटौद में आज रात तेज बारिश और आंधी चलने के आसार हैं। अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा के कुछ हिस्सों, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में बारिश होगी।अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय कर्नाटक, केरल, दक्षिण कोंकण के कुछ हिस्सों और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और अंडमान और निकोबार द्वीप पर भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश संभव है।अगले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक, केरल, दक्षिणी कोंकण व गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वोत्तर भारत और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
पीला कनेर (पीत करवीर)
वानस्पतिक नाम : Thevetia peruviana (Pers.) Schum अंग्रेज़ी नाम : Yellow oleander
कनेर के पौधे की भारतवर्ष में दो प्रजातियां पायी जाती हैं, श्वेत और पीली कनेर। इस पर वर्ष-पर्यन्तफूल आता है। श्वेत और पीली कनेर जहां सात्विक् भाव जगाती है, वहीं लाल (गुलाबी) कनेर को देखकर ऐसा भम होता है कि जैसे यह बसंत और सावन का मिलन. बाह्यकर्म में यह कुष्ठघ्न, व्रणशोधन, व्रणरोपण तथा शोथहर है। यह कफवातशामक, रक्तशोधक, श्वासहर, ज्वरघ्न, विषम ज्वरशामक, मूत्रल, दीपन, विदाही तथा भेदन है, कनेर की हृदय पर तुंत क्रिया होती है, उचित मात्रा में यह अमृत है, परंतु अधिक मात्रा में लेने पर हृदय के लिए विषाक्त होता है। शिरोवेदना-कनेर के पुष्प तथा आँवले को कांजी में पीसकर मस्तक पर लेप करने से शिरशूल का शमन होता है। सफेद कनेर के पीले पत्तों को सुखाकर महीन पीसकर जिस ओर पीड़ा हो उसी ओर के नासिकाछिद्र में एक दो बार सुंघाने से छींके आकर सिर दर्द में लाभ होता है। पालित्य-करवीर तथा दुग्धिका को कूटकर, गोदधि के साथ मिलाकर सिर पर लेप करने से पालित्य (बालों का असमय सफेद होना) तथा इन्द्रलुप्त में लाभ होता है। दंतशूल-सफेद कनेर की डाली से दातुन करने से हिलते हुए दांत मजबूत होते हैं और दंतशूल का शमन होता है। हृदय शूल-100-200 मिग्रा कनेर मूल की छाल को भोजन के पश्चात् सेवन करने से हृदय वेदना का शमन होता है। कामेद्रिय-शैथिल्य-10 ग्राम सफेद कनेर की जड़ को पीसकर 20 ग्राम घी में पकाएं, फिर ठंडा करके कामेन्द्रिय पर मालिश करने से कामेन्द्रिय की शिथिलता दूर होती है। कनेर के 50 ग्राम ताजे फूलों को 100 मिली मीठे तेल में पीसकर एक हफ्ते तक रख दें। फिर 200 मिली जैतून के तेल में मिलाकर लगाने से कुष्ठ, सफेद दाग, पीठ का दर्द, बदन दर्द तथा कामेन्द्रिय पर उभरी नसों की कमजोरी दूर करने के लिए 2-3 बार नियमित मालिश करें। उपदंश-सफेद कनेर के पत्तों के क्वाथ से उपदंश के घावों को धोने से तथा सफेद कनेर की जड़ को पानी के साथ पीसकर उपदंश के घावों पर लगाने से लाभ होता है। (पीठ के निचले हिस्से में दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय) जोड़ों की पीड़ा-कनेर के पत्तों को पीसकर तेल में मिलाकर लेप करने से जोड़ों की पीड़ा का शमन होता है। दाद-सफेद कनेर की मूल छाल को तेल में पकाकर, छानकर लगाने से दद्रु (दाद) तथा अन्य त्वचा विकारों का शमन होता है। खुजली-कनेर के पत्रों से पकाए हुए तेल को लगाने से खुजली मिटती है अथवा पीले कनेर के पत्ते या फूलों को जैतून के तेल में मिलाकर मलहम बनाकर लगाने से हर प्रकार की खुजली में लाभ होता है।
विषाक्तता : तीव्र विषाक्त होने के कारण इसका प्रयोग कम मात्रा में चिकित्सकीय परामर्शानुसार करना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में इसके प्रयोग से उल्टी, पेट दर्द, बेचैनी, अतिसार, रक्तभाराल्पता, अवसाद तथा हृदयावरोध उत्पन्न होता है। विशेष : पीत कनेर का वर्णन चरक, सुश्रुत आदि प्राचीन ग्रन्थों में प्राप्त नहीं होता, कहा जाता है कि यह अमेरिका से भारत आया। पीत कनेर की श्वेत, पीत आदि पुष्पों के आधार पर कई प्रजातियां पायी जाती है। परन्तु इन सभी प्रजातियों का एक ही वानस्पतिक नाम है। श्वेत कुष्ठ की चिकित्सा के लिए सफेद पुष्प वाले कनेर का बहुतायत से प्रयोग किया जाता है।
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