प्रणब मुखर्जी की किताब प्रकाशित कई चौंकाने वाली बातें

 

कोरोना के कारण ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने गणतंत्र दिवस पर प्रस्तावित भारत का दौरा टाला। ब्रिटेन में फिर से लगाना पड़ा है लॉकडाउन। दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी, अप्रूवल के 10 दिनों के भीतर शुरू हो सकता है वैक्सीनेशन। इस बीच कई राज्यों में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ा।

देश में अभी कोरोना वायरस संक्रमण का कहर थमा भी नहीं कि बर्ड फ्लू ने एक नई चिंता को जन् दिया है। कई राज्यों में बड़ी संख्या में इससे पक्षियों की मौत हो गई है, जिसे देखते हुए खास सतर्कता बरती जारी है।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के किसानों का आंदोलन जारी है इस बीच केंद्र सरकार से दो बार की बातचीत में भी कुछ समाधान नहीं निकला है, ऐसे में किसान फिर से आंदोलन की धार को तेज करने में जुटे हैं।

  केरल में बर्ड फ्लू के एच5एन8 स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया जबकि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में फ्लू के मामले रिपोर्ट होने के बाद जम्मू-कश्मीर ने अलर्ट घोषित कर दिया है और प्रवासी पक्षियों के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। केरल में पक्षियों के संक्रामक रोग के प्रकोप के बाद पड़ोसी कर्नाटक और तमिलनाडु ने निगरानी बढ़ा दी है और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केरल में फ्लू के कारण करीब 1700 बत्तखों की मौत हो गई है। मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि इंदौर के रेसीडेंसी क्षेत्र में 8 दिन पहले मृत कौओं में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस की पुष्टि होने के बाद अब तक शहर में इसी प्रजाति के 155 पक्षी मरे पाए गए हैं। राजस्थान में झालावाड़ के बाद कोटा और बारां के पक्षियों में भी संक्रमण पाया गया है। महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। महाराष्ट्र की सीमा मध्यप्रदेश से लगती है।हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों ने प्रदेश में पोल्ट्री पक्षियों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को कांगड़ा जिले के पोंग डैम लेक अभयारण्य के आसपास के इलाकों का सर्वेक्षण किया। इससे एक दिन पहले मृत प्रवासी पक्षियों के नमूनों में एच5एन8 पाया गया था। हिमाचल प्रदेश के पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अब तक 2700 प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं। उनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।केरल में अलप्पुझा और कोट्टायम में प्रभावित क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया गया। दोनों जिलों से भोपाल की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के एक दिन बाद यह अभियान शुरू किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा गठित त्वरित प्रतिक्रिया दल ने सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के तहत मंगलवार से दोनों जिलों के प्रभावित क्षेत्र के एक किलोमीटर की परिधि में बत्तखों, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने की कार्रवाई शुरू कर दी।अलप्पुझा जिला प्रशासन ने कहा कि कुट्टनाड क्षेत्र की चार पंचायतों नेदुमुदी, तकाजी, पल्लिप्पद और करुवत्ता में अभियान शुरू किया गया, जिसके बुधवार शाम तक पूरा होने की संभावना है। इन्हीं इलाकों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि अकेले करुवत्ता पंचायत क्षेत्र में ही करीब 12,000 पक्षियों को मारा जाएगा।प्रशासन के मुताबिक कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है। नींदूर के एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई है।अधिकारियों के मुताबिक वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए कुट्टनाड क्षेत्र में ही करीब 40,000 पक्षियों को मारा जाएगा। हालात काबू में होने के बावजूद प्रशासन ने जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है, क्योंकि यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है। अलप्पुझा के जिलाधिकारी ने कुट्टनाड और कार्थिकपल्ली तालुकाओं में मुर्गी और बत्तख समेत अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडों आदि की बिक्री और कारोबार पर रोक लगा दी है। मध्यप्रदेश के इंदौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी जब रेसीडेंसी क्षेत्र के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत पाए गए थे। इनमें से दो कौओं के नमूने की भोपाल की एक प्रयोगशाला में जांच कराई गई तो इनमें एच5एन8 की पुष्टि हुई थी।मध्यप्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया कि पिछले 8 दिन के दौरान हमें रेसीडेंसी क्षेत्र के आसपास कुल 155 कौए मरे मिले हैं। हमें लगता है कि इनकी मौत भी बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस से हुई है क्योंकि इस इलाके के मरे कौओं में इस बीमारी की पुष्टि पहले ही हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शहर में अब तक कौओं के अलावा किसी भी अन्य प्रजाति के पक्षी में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है।शहर के अलग-अलग इलाकों से 120 जीवित मुर्गे-मुर्गियों और सिरपुर तालाब क्षेत्र के 30 प्रवासी पक्षियों की बीट के नमूने लेकर इन्हें बर्ड फ्लू की जांच के लिए भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजा गया है। इनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रेसीडेंसी क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को खोजने के लिए सर्वेक्षण जारी है, लेकिन अब तक किसी भी मनुष्य में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस का संक्रमण नहीं मिला है।पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बीच जम्मू-कश्मीर ने भी अलर्ट जारी किया है। साथ ही सर्दियों के मौसम में केंद्र शासित प्रदेश में आए मेहमान पक्षियों की जांच के लिए नमूने एकत्र करने शुरू कर दिए हैं। जम्मू- कश्मीर में अधिकारियों ने बताया कि पशुपालन एवं वन्यजीव विभाग के संयुक्त दलों ने मंगलवार को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर स्थित घराना वेटलैंड (आर्द्रभूमि) का दौरा किया और जांच के वास्ते 25 पक्षियों के नमूने एकत्र किए ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं कोई पक्षी घातक वायरस की चपेट में तो नहीं है?तमिलनाडु सरकार ने पड़ोसी राज्य केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप होने के बाद मंगलवार को अंतरराज्यीय सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी है तथा इससे मनुष्यों के प्रभावित होने के संभावित मामलों से निपटने के लिए आकस्मिक योजना की घोषणा की है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि एवियन इन्फ्लुएंजा तेजी से फैलता है और मनुष्यों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका होती है। इसलिए एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने आकस्मिक योजना तैयार की है।कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र से लगने वाली सीमा पर स्थित जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। राजस्थान के अधिकारियों ने बताया कि कोटा और बांरा जिलों के पक्षियों के नमूनों के जांच परिणामों में भी एवियन इंफ्लूएंजा पाया गया है।राज्य के कृषि और पशुपालन विभाग के मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि राज्य के 3 जिलों (झालावाड़, कोटा और बारां) में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) संक्रमण पाया गया है और वायरस अन्य जगहों पर भी फैल रहा है जो चिंता का विषय है। अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के 33 जिलों में से 16 जिलों में मंगलवार सुबह तक पक्षियों की मौत का आंकड़ा 625 पहुंच गया। 11 जिलों के 86 नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है।

भारत से तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीपुल् लिबरेशन ऑफ आर्मी (PLA) से कहा है कि वे अपने युद्ध कौशल को और तराशें तथा किसी भी क्षण युद्ध के लिए तैयार रहें।'किसी भी क्षण जंग के लिए तैयार रहें', भारत से तनाव के बीच शी जिनपिंग के PLA को इस आदेश के क्या हैं मायने?

कृषि निर्यात से संबंधित संस्था एपीडा ने अपनी रेड मीट नियमावली से 'हलाल' शब्द को हटा दिया है और यह स्पष्ट किया है कि निर्यात के उद्देश्य से जानवरों का वध आयातक देश या खरीदार की मांस संबंधी जरूरत के अनुसार किया गया है।

राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीवी, कृष्णा राव ने रायटर्स से कहा, 'ऐसा पहली बार है जब हम वियतनाम को चावल का निर्यात कर रहे हैं। भारतीय कीमतें काफी आकर्षक हैं।

संसद की नई इमारत का रास्ता साफ़। सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को दी हरी झंडी। वहीं, संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति ने दिया प्रस्ताव- 29 जनवरी से आठ अप्रैल तक चले बजट सेशन।

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी को एक और झटका। पूर्व क्रिकेटर और मंत्री लक्ष्मीरतन शुक्ला ने साथ छोड़ा। जेपी नड्डा की बंगाल यात्रा के दौरान जा सकते हैं बीजेपी में। माना जा रहा है कि शुक्ला के प्रभाव क्षेत्र हावड़ा में कई और टीएमसी नेता भी बगावत कर सकते हैं।

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर तोड़ने की घटना को देश के लिए बताया अंतरराष्ट्रीय शर्म की वजह। फिर से निर्माण का दिया आदेश। खैबर पख्तूनख्वा में भीड़ ने पिछले दिनों एक मंदिर को बनाया था निशाना।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को दिया युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश। इस बीच ख़बर आई, अपनी ही सरकार की निगरानी में हैं चीनी कारोबारी जैक मा। दो महीने से सार्वजनिक कार्यक्रमों में नहीं दिखे।

नेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने फेलोशिप एंट्रेंस टेस्ट के लिए शुरू किया रजिस्ट्रेशन। 3 फरवरी आवेदन की आखिरी तारीख।

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ऑपरेशन प्रहार के तहत ड्रग्स माफिया पर बड़ी कारवाई की गई है।

अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि भारत यदि रूस से एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की यदि खरीद करता है तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा सकता है।

अगर आपने अपने नियोक्ता के माध्यम से HRA छूट का दावा नहीं किया है तो आप वित्तीय वर्ष के लिए आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करते समय भी ऐसा कर सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 7 जनवरी से खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम को एक और तगड़ा झटका लगा है। केएल राहुल चोट के कारण दौरे से बाहर हो गए हैं।

लंबे समय से चल रहे विवादों के बीच आखिरकार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब प्रेसीडेंशियल ईयर्स प्रकाशित हो गई। किताब में दिवंगत राष्ट्रपति ने सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं का जिक्र करते हुए कई चौंकाने वाली बातें लिखी हैं।मुखर्जी ने अपने संस्मरण प्रेसिडेंसियल ईयर्स, 2012-2017’ में लिखा है कि नरेंद्र मोदी सरकार अपने पहले कार्यकाल में संसद को सुचारू रूप से चलाने में विफल रही और इसकी वजह उसका अहंकार और अकुशलता है। साथ ही, उन्होंने संसद की कार्यवाही सुचारू से नहीं चलने के लिए विपक्ष को भी जिम्मेदार ठहराया। पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि कांग्रेस का अपने करिश्माई नेतृत्व के खत्म होने की पहचान नहीं कर पाना 2014 के लोकसभा में उसकी हार के कारणों में से एक रहा होगा। उन्होंने यह पुस्तक पिछले साल अपने निधन से पहले लिखी थी। मंगलवार को यह पुस्तक बाजार में आई। उन्होंने इस पुस्तक में यह भी लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा करने से पहले उनके साथ इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की थी, लेकिन इससे उन्हें हैरानी नहीं हुई क्योंकि ऐसी घोषणा के लिए आकस्मिकता जरूरी है।पूर्व राष्ट्रपति ने यह उल्लेख किया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव की मतगणना वाले दिन उन्होंने अपने सहायक को निर्देश दिया था कि उन्हें हर आधे घंटे पर रुझानों के बारे में सूचित किया जाए। उन्होंने लिखा है कि नतीजों से इस बात की राहत मिली कि निर्णायक जनादेश आया, लेकिन किसी समय मेरी अपनी पार्टी रही कांग्रेस के प्रदर्शन से निराशा हुई। उन्होंने पुस्तक में लिखा है कि यह यकीन कर पाना मुश्किल था कि कांग्रेस सिर्फ 44 सीट जीत सकी। कांग्रेस एक राष्ट्रीय संस्था है जो लोगों की जिदंगियों से जुड़़ी है। इसका भविष्य हर विचारवान व्यक्ति के लिए हमेशा सोचने का विषय होता है। केंद्र में कांग्रेस की कई सरकारों में मंत्री रहे मुखर्जी ने 2014 की हार के लिए कई कारणों का उल्लेख किया है।उन्होंने लिखा है कि मुझे लगता है कि पार्टी अपने करिश्माई नेतृत्व के खत्म होने की पहचान करने में विफल रही। पंडित नेहरू जैसे कद्दावर नेताओं ने यह सुनिश्चित किया कि भारत अपने अस्तित्व को कायम रखे और एक मजबूत एवं स्थिर राष्ट्र के तौर पर विकसित हो। दुखद है कि अब ऐसे अद्भुत नेता नहीं हैं, जिससे यह व्यवस्था औसत लोगों की सरकार बन गई। पुस्तक में उन्होंने राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने सौहार्दपूर्ण संबंधों का भी उल्लेख किया है। हालांकि मुखर्जी ने इस पुस्तक में नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान संसद को सुचारू से चलाने में विफलता को लेकर राजग सरकार की आलोचना की है।उन्होंने लिखा है कि मैं सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कटुतापूर्ण बहस के लिए सरकार के अहंकार और स्थिति को संभालने में उसकी अकुशलता को जिम्मेदार मानता हूं। परंतु विपक्ष भी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। उसने भी गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किया। मुखर्जी के मुताबिक सिर्फ प्रधानमंत्री के संसद में उपस्थित रहने भर से इस संस्था के कामकाज में बहुत बड़ा फर्क पड़ता है। उन्होंने पुस्तक में कहा है कि चाहे जवाहलाल नेहरू हों, या फिर इंदिरा गांधी, अटलबिहारी वाजपेयी अथवा मनमोहन सिंह हों, इन्होंने सदन में अपनी उपस्थिति का अहसास कराया। प्रधानमंत्री मोदी को अपने पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और नजर आने वाला नेतृत्व देना चाहिए। मोदी सरकार में विदेश संबंधों का उल्लेख करते हुए मुखर्जी ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान संबंधों में हालात को देखते हुए 2015 में प्रधानमंत्री मोदी का लाहौर में रुकना गैरजरूरी था।किताब में कांग्रेस और सोनिया गांधी पर टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बाद प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने किताब पर तब तक रोक लगाने की मांग की थी जब तक कि वे उसे पढ़ नहीं लेते, लेकिन इससे ठीक उलट उनकी बहन और प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने किताब पर रोक लगाने की अपने भाई कि मांग को गलत बताया था। (

पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुज़फ़्फ़राबाद और लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई। इन भागों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा और हिमपात भी देखने को मिला।पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु और दक्षिणी कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज़ वर्षा हुई। राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि भी हुई।पंजाब, उत्तर प्रदेश के मध्य और पश्चिमी हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ भागों, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र, कोंकण गोवा, केरल, लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई।बारिश की गतिविधियों के चलते उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में और वृद्धि देखने को मिली।देश भर का मौसम जानने के लिए देखें वीडियो

     अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा और बर्फबारी जारी रहने की संभावना है।पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों, उत्तरी और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है।तटीय और उत्तरी तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में एक या दो भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश भी संभव है।जबकि आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, विदर्भ और मराठवाड़ा में हल्की बारिश की गतिविधियाँ हो सकती हैं।



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