भारत और चीन के Covid-19 टीके पर कूटनीतिक प्रयास

 

किसानों के साथ कोई अनौपचारिक बातचीत नहीं हो रही। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान। धरनास्थल पर बैरिकेडिंग और इंटरनेट बैन को स्थानीय प्रशासन से जुड़ा विषय बताया। दूसरी ओर, किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में होता रहा हंगामा। हरियाणा के जींद में बीकेयू के राकेश टिकैत ने की महापंचायत। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा कि किसान हिन्दुस्तान की शक्ति है, उसे दबाना, धमकाना, मारना सरकार का काम नहीं है। किसानों के नरसंहार वाले हैशटैग से ट्वीट करने वाले अकाउंट को बहाल करने पर ट्विटर को नोटिस। सरकार ने चेताया- निर्देश मानना होगा वरना की जा सकती है कार्रवाई। इससे पहले सरकार ने विदेशी शख्सियतों के किसान मसले पर ट्वीट करने को लेकर भी जारी किया सख्त बयान। कहा- बोलने से पहले समझ लें मामला। सरकार के साथ आईं अक्षय कुमार, सचिन तेंडुलकर समेत कई हस्तियां। क्रिकेट और सिनेमा जगत की हस्तियों ने ट्वीट कर देश के साथ एकजुटता का संकेत दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 'भारत एकजुट है' वहीं, सरकार ने विपक्ष से कहा है कि वह देश में दोबारा एक और शाहीन बाग खड़ा करे। राहुल, रिहाना और मिया खलीफा के ट्वीट पर BJP का पलटवार, पात्रा बोले-'ये सभी राष्ट्र-विरोधी हैं'.

हरियाणा के जींद जिले के सूरजाखेड़ा गांव की महिला के साथ दुष्कर्म और मारपीट करने को लेकर उसके ससुर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गढ़ी थाना पुलिस ने बताया कि महिला के पति ने गत 24 जनवरी को दी गई शिकायत में कहा था कि उसकी पत्नी गत 19 जनवरी को दवा लेने अस्पताल गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी और संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ महिला को बंधक बनाने का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महिला को जींद से बरामद कर लिया। महिला ने अपने बयान में आरोप लगाया कि उसका ससुर मिया सिंह उसके साथ दुष्कर्म और विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करता था। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है। दुष्कर्म मामले में 20 साल की कैद : हरियाणा के जींद जिले की अतिरिक्त सत्र जज गुरविंदर कौर की अदालत ने घर में घुसकर नाबालिग से दुष्कर्म करने के मामले में एक युवक को दोषी करार देते हुए उसे 20 साल कैद और 1.10 लाख रुपए के जुर्माने की सज़ा सुनाई है। जुर्माना भरने की सूरत में दोषी को तीन वर्ष की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। अभियोजन पक्ष ने अनुसार सदर थाना नरवाना अंतर्गत गांव के एक व्यक्ति ने 31 जुलाई 2018 को पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि उसकी नाबालिग बेटी घर में अकेली थी। परिजन कार्यवश बाहर गए हुए थे। उसी दौरान दनौदा गांव निवासी विशाल ने उनके घर में घुसकर उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने घर में चोरी भी की।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। महाराष्ट्र में एल्गार परिषद के एक कार्यक्रम में शरजील ने कथित रूप से हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कीं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रनेता शरजील उस्मानी का हिंदुओं के खिलाफ जहरीला भाषण सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है। शरजील ने यह भाषण इस साल 30 जनवरी को पुणे की यलगार परिषद में दिया था। वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज महाविकास अघाड़ी सरकार पर हमलावर है। 'हिंदू समाज सड़ चुका,ये मुसलमानों की लिंचिंग कर रहें हैं..'

चौरी-चौरा घटना के सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह का वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 फरवरी को करने जा रहे हैं। सुबह 11 बजे वो इसका उद्घाटन करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार चौरी-चौरा की घटना के सौ साल पूरे होने पर इस शताब्दी समारोह का आयोजन कर रही है। इस मौके पर एक डाक टिकट का भी विमोचन किया जाएगा। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के सभी 75 ज़िलों में आयोजित किया जाएगा। चौरी-चौरा घटना की याद में इस समारोह के अंतर्गत पूरे साल आयोजन होंगे और 4 फरवरी 2022 को इसका समापन होगा। इसके तहत विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।

 महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के दौरान 4 फरवरी 1922 को कुछ लोगों की गुस्साई भीड़ ने गोरखपुर के चौरी-चौरा के पुलिस थाने में आग लगा दी थी। इसमें 23 पुलिस वालों की मौत हो गई थी। इस घटना के दौरान तीन नागरिकों की भी मौत हो गई थी। इससे पहले यह पता चलने पर की चौरी-चौरा पुलिस स्टेशन के थानेदार ने मुंडेरा बाज़ार में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मारा है, गुस्साई भीड़ पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुई थी। इस हिंसा के बाद महात्मा गांधी ने 12 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन वापल ले लिया था। महात्मा गांधी के इस फैसले को लेकर क्रांतिकारियों का एक दल नाराज़ हो गया था। 16 फरवरी 1922 को गांधीजी ने अपने लेख 'चौरी चौरा का अपराध' में लिखा कि अगर ये आंदोलन वापस नहीं लिया जाता तो दूसरी जगहों पर भी ऐसी घटनाएँ होतीं। उन्होंने इस घटना के लिए एक तरफ जहाँ पुलिस वालों को ज़िम्मेदार ठहराया क्योंकि उनके उकसाने पर ही भीड़ ने ऐसा कदम उठाया था तो दूसरी तरफ घटना में शामिल तमाम लोगों को अपने आपको पुलिस के हवाले करने को कहा क्योंकि उन्होंने अपराध किया था। इसके बाद गांधीजी पर राजद्रोह का मुकदमा भी चला था और उन्हें मार्च 1922 में गिरफ़्तार कर लिया गया था। असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में 4 सितंबर 1920 को पारित हुआ था। गांधीजी का मानना था कि अगर असहयोग के सिद्धांतों का सही से पालन किया गया तो एक साल के अंदर अंग्रेज़ भारत छोड़कर चले जाएंगे। इसके तहत उन्होंने उन सभी वस्तुओं, संस्थाओं और व्यवस्थाओं का बहिष्कार करने का फैसला किया था जिसके तहत अंग्रेज़ भारतीयों पर शासन कर रहे थे। उन्होंने विदेशी वस्तुओं, अंग्रेज़ी क़ानून, शिक्षा और प्रतिनिधि सभाओं के बहिष्कार की बात कही। खिलाफत आंदोलन के साथ मिलकर असहयोग आंदोलन बहुत हद तक कामयाब भी रहा था। 1971 में गोरखपुर ज़िले के लोगों ने चौरी-चौरा शहीद स्मारक समिति का गठन किया। इस समिति ने 1973 में चौरी-चौरा में 12.2 मीटर ऊंचा एक मीनार बनाई। इसके दोनों तरफ एक शहीद को फांसी से लटकते हुए दिखाया गया था। इसे लोगों के चंदे के पैसे से बनाया गया। इसकी लागत तब 13,500 रुपये आई थी। बाद में भारत सरकार ने शहीदों की याद में एक अलग शहीद स्मारक बनवाया। इसे ही हम आज मुख्य शहीद स्मारक के तौर पर जानते हैं। इस पर शहीदों के नाम खुदवा कर दर्ज किए गए हैं। बाद में भारतीय रेलवे ने दो ट्रेन भी चौरी-चौरा के शहीदों के नाम से चलवाई। इन ट्रेनों के नाम हैं शहीद एक्सप्रेस और चौरी-चौरा एक्सप्रेस। चौरी-चौरा दरअसल दो अलग-अलग गांवों के नाम थे। रेलवे के एक ट्रैफिक मैनेजर ने इन गांवों का नाम एक साथ किया था। उन्होंने जनवरी 1885 में यहाँ एक रेलवे स्टेशन की स्थापना की थी। इसलिए शुरुआत में सिर्फ़ रेलवे प्लेटफॉर्म और मालगोदाम का नाम ही चौरी-चौरा था। बाद में जो बाज़ार लगने शुरू हुए, वो चौरा गांव में लगने शुरू हुए। जिस थाने को 4 फरवरी 1922 को जलाया गया था, वो भी चौरा में ही था। इस थाने की स्थापना 1857 की क्रांति के बाद हुई थी। यह एक तीसरे दर्जे का थाना था।

भारत-पाकिस्तान तनावपूर्ण संबंधों के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के 'क्षेत्र में शांति' को लेकर दिए गए बयान ने जहां कई लोगों को चौंकाया, वहीं भारत के खिलाफ पाकिस्तान की साजिशें भी कोई छिपी बात नहीं रह गई है।

अपने नेताओं के लगातार पार्टी छोड़ने पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बोलीं- बीजेपी कुछ भ्रष्ट नेताओं को खरीद सकती है, समर्पित कार्यकर्ताओं को नहीं। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में 6 फरवरी से परिवर्तन यात्रा शुरू करेगी बीजेपी।

दक्षिण अफ्रीका को कोरोना वैक्सीन भेजने के भारत के कदम को ‘उदारता और दयालुता’ बताते हुए सराहना करने वाले पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर केविन पीटरसन को जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत विश्व को परिवार मानता है और महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका निभाना चाहता है। मोदी ने ट्वीट किया कि भारत के लिए आपका प्यार देखकर अच्छा लगहम मानते हैं कि विश्व हमारा परिवार है और हम कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई में अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहते हैं पीटरसन ने ट्वीट किया था कि भारत की उदारता और दयालुता दिन प्रतिदिन बढ़ रही है इस देश से मुझे प्यार है इससे पहले विदेश मंत्री एसजयशंकर ने उस विमान की तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें भारत में बनी वैक्सीन दक्षिण अफ्रीका रवाना हुईपीटरसन का जन्म दक्षिण अफ्रीका में हुआ जो बाद में इंग्लैंड में बस गए।

कोविड-19 के चलते सऊदी अरब ने भारत समेत 20 देशों से आने वाली उड़ानों पर लगाई रोक। बुधवार से लागू। वहीं देश में पिछले 24 घंटे में 11 हज़ार नए मामले मिले।

पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी का लखनऊ एयरपोर्ट पर धरना। पुलिस पर लगाया अपने समर्थकों को हिरासत में लेने का आरोप। पुलिस का इनकार। एक कार्यक्रम में गए थे प्रह्लाद।

पिछले दस महीनों से भारत-नेपाल की बंद सीमा पर पुलों को नेपाल ने भारतीयों के लिए खोल दिया है। अब नेपालियों को भी उम्मीद है कि जल्द ही भारत भी अपनी सीमा खोल देगा। भारत की तरफ से अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है।

यूजीसी नेट का एग्जाम 2 मई से। खुली ऑनलाइन फॉर्म भरने की विंडो। 2 मार्च तक भर सकते हैं फॉर्म।

दिल्ली में डीडीए के पार्कों में नहीं हो सकेंगी शादियां और राजनीतिक कार्यक्रम। पार्क के अंदर खाने पकाने की नहीं होगी इजाजत।

अनुसंधानकर्ताओं ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के लिए जिम्मेदार कोरोनावायरस के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी साबित हो सकने वाली एक एंटीवायरल दवा का पता लगाया है और इसका भविष्य में संक्रमण के प्रबंधन पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।

चीन ने कोविड-19 (Covid-19) टीके पर अपने कूटनीतिक प्रयासों को तेज करते हुए बुधवार को कहा कि वह वैश्विककोवैक्सपहल के लिए कोरोना वायरस के टीके की एक करोड़ खुराक उपलब्ध कराएगा। चीन का यह बयान विशेषज्ञों के इस अनुमान के बीच आया है कि भारत विश्व को यह टीका वितरित करने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। चीन नेकोवैक्सके टीकों की आपूर्ति करने की पेशकश की है। इसके लिए उसने अपने टीके को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपात उपयोग मंजूरी का इंतजार किया है।कोवैक्सको औपचारिक रूप से कोविड-19 टीके वैश्विक पहुंच सुविधा के तौर पर जाना जाता है, जो कि एक वैश्विक पहल है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि मध्यम और निम्न आय वाले देशों को कोरोना वायरस के टीके समय से मिल जाएं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबीन ने कहा कि चीन ने विकासशील देशों की टीके की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए डब्ल्यूएचओ के अनुरोध पर इसकी एक करोड़ खुराक मुहैया करने का फैसला किया है। चीन पिछले साल कोवैक्स में शामिल हुआ था, जिसका नेतृत्व गावी कर रहा है, जो कि एक अंतरराष्ट्रीय टीका गठबंधन है।चीनी अधिकारियों ने कहा कि उनका देश अभी 16 टीकों काफील्ड ट्रायलकर रहा है, जबकि उसने अपने टीके सीनोफार्म को सशर्त मंजूरी प्रदान की है और इसने पाकिस्तान सहित कई देशों को खुराक की आपूर्ति शुरू कर दी है। गौरतलब है कि हाल ही में चीन में नकली टीके के खिलाफ कार्रवाई के दौरान 80 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए थे। दरअसल, टीके की शीशी में सलाइन का पानी भरा हुआ पाया गया था। कुछ नकली टीके कथित तौर पर अफ्रीकी देशों को भेजे गए हैं। कोवैक्स को टीके मुहैया करने की चीन की घोषणा से पहले ही भारत ने कई देशों को टीके की आपूर्ति की है।वहीं, चीन ने घोषणा की है कि वह श्रीलंका को 3 लाख टीकों की आपूर्ति करेगा, जबकि भारत ने हाल ही में 5 लाख खुराक कोलंबो भेजी थी। चीन ने नेपाल, मालदीव और ब्राजील को भी टीके की आपूर्ति करने की पेशकश की है। हालांकि, ये देश भारत से टीकों की पहली खेप पहले ही प्राप्त कर चुके हैं।दक्षिण अफ्रीका ने पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीके की 10 लाख खुराक प्राप्त की है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरील रामफोस ने घोषणा की है कि उनका देश इस महीने के अंत में भारत से और पांच लाख खुराक प्राप्त करने की उम्मीद कर रहा है। जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में ओनील इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल ऐंड ग्लोबल हेल्थ लॉ के निदेशक लॉरेंस गोस्टीन ने एससीएमपी से कहा है कि विश्व को टीका वितरण करने में भारत के अग्रणी बनने की संभावना है, खासतौर पर निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के लिए इसकी आपूर्ति करने में।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कहा है कि देश में कोविड-19 के कारण 734 डॉक्टरों को अपनी जान गंवानी पड़ी और कि सिर्फ 162 को जिस बारे में संसद को सूचित किया गया है। आईएमए ने बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को एक पत्र लिखा, जिसमें कहा गया था कि एसोसिएशन के पास उपलब्ध विवरणों के अनुसार मौतों की संख्या सरकार के पास उपलब्ध आंकड़ों से अधिक है।

बिहार में अब सड़के पर विरोध प्रर्दशन करना आपको भारी पड़ सकता है। पटना: बिहार सरकार के एक आदेश से बवाल मच तय है। अगर आपने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया तो वो आपको भारी पड़ सकता है। सरकार की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है उसके अनुसार अगर आपने रोड़ जाम की तो फिर आपको सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी।

 बंगलुरु में आज से एरो इंडिया शो शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका उद्घाटन किया। कोरोना वायरस महामारी के बीच बुधवार को बेंगलुरु में एयरफोर्स स्टेशन येलहंका में ये शुरू हुआ।

बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में कुछ स्थानों पर वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिली हैं। 2 फरवरी की सुबह 8:30 बजे से 3 फरवरी की सुबह 8:30 बजे के बीच 24 घंटों की अवधि में जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में 14 मिलीमीटर की वर्षा और बर्फबारी हुई। इसी दौरान तमिलनाडु के तिरुत्तनी में 4 मिलीमीटर और पंबन में 2 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। पंजाब के अमृतसर में 2 मिलीमीटर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 1 मिलीमीटर और काजीगुंड में शून्य दशमलव 2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। हवाओं का रुख बदलने से बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई, जिससे इन सभी क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप खत्म हो गया। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में कुछ स्थानों पर अभी भी तापमान नीचे बने हुए हैं जिसके कारण कहीं-कहीं पर शीत लहर का प्रकोप देखने को मिला। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा के तराई क्षेत्रों और पूर्वोत्तर भारत में कहीं-कहीं पर मध्यम से घना कोहरा छाया रहा।

आगामी 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के पहाड़ों पर जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी होने की संभावना है। उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर बादल छाने और गरज के साथ हल्की वर्षा होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। देश के बाकी सभी हिस्सों में मौसम मुख्य तहत साफ और शुष्क रहने की संभावना है। बिहार में हवाओं का रुख उत्तरी दिशा से बना रहेगा जिसके चलते आगामी 24 घंटों के दौरान बिहार में कुछ स्थानों पर तापमान सामान्य से नीचे बने रहेंगे और लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ेगा। उत्तर भारत में बने मौसमी सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ हैं जिसके कारण आगामी 24 घंटों के बाद पश्चिमी राजस्थान में हवाएं फिर से उत्तर दिशा से आने लगेंगी इससे हम उम्मीद कर रहे हैं कि 4 फरवरी से राजस्थान के पश्चिमी भागों में गंगानगर से लेकर बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, जयपुर तक तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में मौसम में कोई विशेष बदलाव के आसार फिलहाल नजर नहीं रहे हैं।



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