उत्तर प्रदेश में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल 31 मार्च तक बंद- covid-19
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस
(कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 44,769 नए मामले
की पुष्टि होने से देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,98,61,457 हो गई है। वहीं
बीते दिन 502 लोगों की इस बीमारी से मौत हुई।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे
मुंबई पुलिस
के पूर्व
कमिश्नर परमबीर
सिंह का
आरोप, दादरा
और नागर
हवेली के
सांसद मोहन
डेलकर आत्महत्या
मामले में
BJP नेताओं को फंसाना चाहते थे
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल
देशमुख। अपने
तबादले को
गैरकानूनी बताते हुए इस आदेश
को रद्द
करने की
मांग की।
एंटीलिया बम केस की जांच में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। 100 करोड़ रुपए की 'उगाही'
के मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के
बाद मामले ने नया मोड़ लिया है। राकांपा नेता नवाब मालिक ने सिंह पर निशाना साधते हुए
कहा है कि उन्हें पता है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दिल्ली में किससे मिले थे। महाराष्ट्र
के अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने शिवसेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लोकसभा में
सचिन वाजे का मामला उठाकर सुर्खियों में आईं नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला
को लिखे पत्र में शिवसेना सांसद अरविंद सांसद पर धमकी देने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र
में राजनीतिक खींचतान के बीच सोमवार को पुलिस ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख और
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवासों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। पुलिस उपायुक्त
(डीसीपी) विनीता एस ने बताया कि यह एहतियाती कदम है।
उत्तर प्रदेश में
तेजी से
बढ़ रहे
कोरोना वायरस
के मामलों
को देखते
हुए राज्य
में कक्षा
1 से 8 तक
के सभी
स्कूल 31 मार्च
तक बंद
कर दिए
गए हैं.
माध्यमिक और
अन्य शिक्षण
संस्थानों में 25 से 31 मार्च तक
छुट्टी कर
दी गई
है. यह
आदेश सभी
सरकारी और
निजी स्कूलों
पर लागू
होगा. स्कूलों
में परीक्षाएं
तय समय
पर कोविड
नियमों का
पालन करते
हुए होगी.
होली के
बाद स्थिति
की समीक्षा
की जाएगी.
कोरोना संक्रमण
बढ़ा तो
आगे भी
बढ़ाई जाएगी
छुट्टियां.
भारी विरोध के
बीच दिल्ली
में उपराज्यपाल
की पावर
बढ़ाने वाला
बिल लोकसभा
में पास।
सीएम अरविंद
केजरीवाल ने
जताई नाराजगी।
बोले- बीजेपी
ने लोगों
को दिया
धोखा, बिल
पास होना
दिल्ली की
जनता का
अपमान।
मद्रास हाईकोर्ट का
अहम फैसला।
तिरंगे के
डिजाइन वाला
केक काटना
और खाना
दंडनीय अपराध
नहीं। अदालत
ने कहा-
फिजिकल एक्टिविटीज
से नहीं
तय होती
देशभक्ति, उसके पीछे का इरादा
समझना जरूरी।
भारत और इंग्लैंड
के बीच
तीन एकदिवसीय
मैचों की
सीरीज का
पहला मुकाबला
आज। भारत
के लिए
रोहित शर्मा
के साथ
शिखर धवन
करेंगे पारी
की शुरुआत।
कप्तान विराट
कोहली ने
मैच से
पहले किया
कन्फर्म।
तेलंगाना में 9 लाख
से ज्यादा
सरकारी कर्मचारियों
के वेतन
में 1 अप्रैल
से होगा
30 फीसदी का
इजाफा। रिटायरमेंट
की उम्र
भी बढ़ाकर
58 से 61 साल
करने का
फैसला।
नरमी के साथ
खुले एशियाई
बाजार। यूरोपीय
मार्केट्स में मिलाजुला रुख। वहीं,
पिछले कारोबारी
सत्र में
मामूली गिरावट
के साथ
बंद हुए
थे सेंसेक्स
और निफ्टी।
अमेरिका के कोलोराडो
के बोल्डर
स्थित एक
सुपरमार्केट में गोलीबारी की एक
घटना में
एक पुलिसकर्मी
समेत 10 लोग
मारे गए
और इस
मामले में
एक संदिग्ध
को हिरासत
में लिया
गया।
मध्य प्रदेश के
ग्वालियर में
मंगलवार को
भीषण सड़क
हादसा हुआ।
इस हादसे
में 13 लोगों
के मारे
जाने की
खबर है
जबकि चार
लोग घायल
बताए गए
हैं।
देश आज शहीद
दिवस मना
रहा है।
दरअसल, आज
ही के
दिन 90 साल
पहले यानी
23 मार्च 1931 को महान स्वतंत्रता सेनानी
भगत सिंह,
राजगुरु और
सुखदेव को
फांसी दी
गई थी।
भगत सिंह
एक प्रखर
देशभक्त और
अपने सिद्धांतों
से किसी
भी कीमत
पर समझौता
न करने
वाले बलिदानी
थे। भगत
सिंह के
जो प्रत्यक्ष
योगदान हैं
उसके कारण
भारतीय स्वतंत्रता
के संघर्ष
में उनका
कद इतना
उच्च है,
कि उन
पर अन्य
कोई संदिग्ध
विचार धारा
थोपना कतई
आवश्यक नहीं
है। भगत
सिंह ने
देश की
आजादी के
लिए जिस
साहस के
साथ शक्तिशाली
ब्रिटिश सरकार
का मुकाबला
किया, वह
आज के
युवकों के
लिए एक
बहुत बड़ा
आदर्श है।
(संधू जाट)
का जन्म
1907 में किशन
सिंह और
विद्यावती के घर चाल नंबर
105, जीबी, बंगा ग्राम, जरंवाला तहसील,
ल्याल्लापुर जिला, पंजाब में हुआ,
जो ब्रिटिश
कालीन भारत
का ही
एक प्रांत
था। उनके
पूर्वजों का
ग्राम खटकर
कलां था,
जो नवाशहर,
पंजाब (अभी
इसका नाम
बदलकर शहीद
भगत सिंह
नगर रखा
गया है)
से कुछ
ही दूरी
पर था।भगत
सिंह शहादत
के समय
एक 23 वर्ष
के युवक
ही थे।
उस काल
में 1920 के
दशक में
भारत के
ऊपर दो
प्रकार की
विपत्तियां थी। 1921 में परवान चढ़े
खिलाफत के
मुद्दे को
कमाल पाशा
द्वारा समाप्त
किए जाने
पर कांग्रेस
एवं मुस्लिम
संगठनों की
हिंदू-मुस्लिम
एकता ताश
के पत्तों
के समान
उड़ गई
और सम्पूर्ण
भारत में
दंगों का
जोर आरंभ
हो गया।
हिन्दू मुस्लिम
के इस
संघर्ष को
भगत सिंह
द्वारा आजादी
की लड़ाई
में सबसे
बड़ी अड़चन
के रूप
में महसूस
किया गया,
जबकि इन
दंगों के
पीछे अंग्रेजों
की फूट
डालो और
राज करो
की नीति
थी। इस
विचार मंथन
का परिणाम
यह निकला
कि भगत
सिंह को
"धर्म" नामक शब्द
से घृणा
हो गई।
उन्होंने सोचा
कि दंगों
का मुख्य
कारण धर्म
है।उनकी इस
मान्यता को
दिशा देने
में माक्र्सवादी
साहित्य का
भी योगदान
था, जिसका
उस काल
में वे
अध्ययन कर
रहे थे।दरअसल
धर्म दंगों
का कारण
ही नहीं
था, दंगों
का कारण
मत-मतांतर
की संकीर्ण
सोच थी।
धर्म पुरुषार्थ
रूपी श्रेष्ठ
कार्य करने
का नाम
है, जो
सार्वभौमिक एवं सर्वकालिक है। जबकि
मत या
मजहब एक
सीमित विचारधारा
को मानने
के समान
हैं, जो
न केवल
अल्पकालिक हैं अपितु पूर्वाग्रह से
युक्त भी
हैं। उसमें
उसके प्रवर्तक
का संदेश
अंतिम सत्य
होता है।
माक्र्सवादी साहित्य की सबसे बड़ी
कमजोरी उसका
धर्म और
मजहब शब्द
में अंतर
न कर
पाना है।1919
में, जब
वे केवल
12 साल के
थे, सिंह
जलियांवाला बाग में हजारो निःशस्त्र
लोगों को
मारा गया।
भगत सिंह
ने कभी
महात्मा गांधी
के अहिंसा
के तत्व
को नहीं
अपनाया, उनका
यही मानना
था की
स्वतंत्रता पाने के लिए अहिंसा
पर्याप्त नहीं
है। वे
हमेशा से
गांधीजी के
अहिंसा के
अभियान के
पक्ष धर
नहीं थे।
उनके अनुसार
1922 के चौरी
चौरा कांड
में मारे
गए ग्रामीण
लोगों के
पीछे का
कारण अहिंसक
होना ही
था। भगत
सिंह ने
कुछ युवाओं
के साथ
मिलकर क्रांतिकारी
अभियान की
शुरुवात की,
जिसका मुख्य
उद्देश्य हिंसक
रूप से
ब्रिटिश राज
को खत्म
करना था।1923
में, सिंह
लाहौर के
नेशनल कॉलेज
में शामिल
हुए। 1923 में, पंजाब साहित्य सम्मलेन
द्वारा आयोजित
निबंध स्पर्धा
जीती, जिसमें
उन्होंने पंजाब
की समस्याओं
के बारे
में लिखा
था।प्रेरित हुए थे और इसी
को देखते
हुए उन्होंने
मार्च 1926 में नौजवान भारत सभा
में भारतीय
राष्ट्रिय युवा संस्था की स्थापना
की बाद
में वे
हिन्दुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन में शामिल
हुए , जिसमे
कई बहादुर
नेता थे
जैसे चंद्रशेखर
आजाद, राम
प्रसाद बिस्मिल
और शहीद
अश्फल्लाह खान।भगत सिंह समाजवाद के
पक्षधर थे
उन्होंने 1932 के अपने एक लेख
में लिख
है "हम
समाजवादी क्रांति
चाहते हैं,
जिसके लिए
बुनियादी जरूरत
राजनीतिक क्रांति
की है।
यही है
जो हम
चाहते हैं।
राजनीतिक क्रांति
का अर्थ
राजसत्ता (यानी मोटे तौर पर
ताकत) का
अंग्रेजी हाथों
में से
भारतीय हाथों
में आना
है और
वह भी
उन भारतीयों
के हाथों
में, जिनका
अंतिम लक्ष्य
हमारे लक्ष्य
से मिलता
हो। और
स्पष्टता से
कहें तो
राजसत्ता का
सामान्य जनता
की कोशिश
से क्रांतिकारी
पार्टी के
हाथों में
आना। इसके
बाद पूरी
संजीदगी से
पूरे समाज
को समाजवादी
दिशा में
ले जाने
के लिए
जुट जाना
होगा। यदि
क्रान्ति से
आपका यह
अर्थ नहीं
है तो
महाशय, मेहरबानी
करें और
इंकलाब जिंदाबाद
के नारे
लगाने बंद
कर दें।भगत
सिंह समझ
रहे थे
कि अंग्रेजी
साम्राज्य लड़खड़ा रहा है। उन्होंने
स्थिति को
भांपते हुए
सभी भारत
वासियों से
आवाहन करते
हुए कहा
था "भारत
की स्वतंत्रता
अब शायद
दूर का
स्वप्न नहीं
रहा। घटनाएं
बड़ी तेजी
से घट
रही हैं
इसलिए स्वतंत्रता
अब हमारी
आशाओं से
भी जल्द
ही एक
सच्चाई बन
जाएगी। ब्रिटिश
साम्राज्य बुरी तरह लड़खड़ाया हुआ
है। जर्मनी
को मुंह
की खानी
पड़ रही
है, फ्रांस
थर-थर
कांप रहा
है और
अमेरिका हिला
हुआ है
और इन
सबकी कठिनाइयां
हमारे लिए
सुनहरा अवसर
हैं। प्रत्येक
चीज उस
महान भविष्यवाणी
की ओर
संकेत कर
रही है,
जिसके अनुसार
समाज का
पूंजीवादी ढांचा नष्ट होना अटल
है।"भगत
सिंह के
अनुसार साम्राज्यवादियों
को गद्दी
से उतारने
के लिए
भारत का
एकमात्र हथियार
श्रमिक क्रांति
है। उन्होंने
क्रांति का
अर्थ स्पष्ट
करते हुए
कहा है
"जनता के लिए जनता का
राजनीतिक शक्ति
हासिल करना
ही वास्तव
क्रांति है,
बाकी सभी
विद्रोह तो
सिर्फ मालिकों
के परिवर्तन
द्वारा पूंजीवादी
सड़ांध को
ही आगे
बढ़ाते हैं।
किसी भी
हद तक
लोगों से
या उनके
उद्देश्यों से जतायी हमदर्दी जनता
से वास्तविकता
नहीं छिपा
सकती, लोग
छल को
पहचानते हैं।
भारत में
हम भारतीय
श्रमिक के
शासन से
कम कुछ
नहीं चाहते।"भगत सिंह
को भारत
के युवाओं
से बहुत
आशाएं थीं
उन्होंने अपने
एक लेख
जो की
16 मई 1925 में मतवाला में युवक
शीर्षक से
छपा था
लिखा है
- अगर रक्त
की भेंट
चाहिए तो
सिवा युवक
के कौन
देगा? अगर
तुम बलिदान
चाहते हो
तो तुम्हे
युवक की
ओर देखना
होगा। प्रत्येक
जाति के
भाग्य विधाता
युवक ही
होते हैं।
सच्चा देशभक्त
युवक बिना
झिझक मौत
का आलिंगन
करता है,
संगीनों के
सामने छाती
खोलकर डट
जाता है,
तोप के
मुंह पर
बैठकर मुस्कुराता
है, बेड़ियों
की झनकार
पर राष्ट्रीय
गान गाता
है और
फांसी के
तख्ते पर
हंसते हंसते
चढ़ जाता
है।अमेरिकी युवा पैट्रिक हेनरी ने
कहा था,
जेल की
दीवारों के
बाहर जिंदगी
बड़ी महंगी
है। पर,
जेल की
काल कोठरियों
की जिंदगी
और भी
महंगी है
क्योंकि वहां
यह स्वतंत्रता
संग्राम के
मू्ल्य रूप
में चुकाई
जाती है।
ऐ भारतीय
युवक ! तू
क्यों गफलत
की नींद
में पड़ा
बेखबर सो
रहा है।
उठ! अब
अधिक मत
सो। सोना
हो तो
अनंत निद्रा
की गोद
में जाकर
सो रहा।
धिक्कार है
तेरी निर्जीवता
पर। तेरे
पूर्वज भी
नतमस्तक हैं
इस नपुंसत्व
पर। यदि
अब भी
तेरे किसी
अंग में
कुछ हया
बाकी हो
तो उठकर
माता के
दूध की
लाज रख,
उसके उद्धार
का बीड़ा
उठा, उसके
आंसुओं की
एक एक
बूंद की
सौगंध ले,
उसका बेड़ा
पार कर
और मुक्त
कंठ से
बोल- वंदे
मातरम!"
काकोरी केस के
सेनानियों को भगत सिंह ने
सलामी देते
हुए एक
लेख लिखा
था जो
जनवरी 1928 में किरती में छपा
था जिसमे
उन के
मन की
पीड़ा स्पष्ट
झलकती है
उन्होंने लिख
है - हम
लोग आह
भरकर समझ
लेते हैं
कि हमारा
फर्ज पूरा
हो गया।
हमें आग
नहीं लगती।
हम तड़प
नहीं उठते।
हम इतने
मुर्दा हो
गए हैं।
आज वे
भूख हड़ताल
कर रहे
हैं। तड़प
रहे हैं।
हम चुपचाप
तमाशा देख
रहे हैं।
ईश्वर उन्हें
बल और
शक्ति दे
कि वे
वीरता से
अपने दिन
पूरे करें
और उन
वीरों के
बलिदान रंग
लाएं।"इतिहास साक्षी है कि
युवाओं ने
सदैव समय
की पुकार
को सुना
है। चाहे
क्रान्ति आध्यात्मिक,
सांस्कृतिक रही हो अथवा फिर
राजनैतिक एवं
सामाजिक। भगत
सिंह ने
जो ज्योति
भारतीय युवाओं
के मन
मस्तिष्क में
जलाई है
वो अक्षुण्य
है। ऐतिहासिक
परिवर्तन के
इस दौर
में भगत
सिंहने समग्र
क्रांति के
लिए युवाओं
का आह्वान
किया है।
आज जहां
एकतरफा असुरता
अपना पूरा
जोर लगाकर
सर्वतोन्मुखी विध्वंस का दृश्य प्रस्तुत
करने पर
तुली है,
तो वहीं
सृजन की
असीम सम्भावनाएं
भी अपनी
दैवी प्रयास
में सक्रिय
हैं।इस बेला
में युवा
हृदय से
यह आशा
की जा
रही है
कि वे
अपनी मूर्छा,
जड़ता, संकीर्ण
स्वार्थ एवं
अहमन्यता को
त्यागकर भगत
सिंह के
अभूतपूर्व साहसिक अदम्य व्यक्तित्व का
अनुगमन कर
स्वयं एवं
अपने समाज,
राष्ट्र व
विश्व के
उज्ज्वल भविष्य
को साकार
करने में
अपनी ऐतिहासिक
भूमिका निभाएं।
और अंत
में भगत
सिंह के
कुछ शेर
मातृभूमि को
समर्पित हैं।
सुरक्षाबलों ने दक्षिण
कश्मीर के
शोपियां में
रात भर
चली मुठभेड़
में लश्कर-ए-तैयबा
के चार
आतंकवादियों को मार गिराया। यह
इस साल
की सबसे
बड़ी मुठभेड़
है जिसमें
एक साथ
4 आतंकी मारे
गए हैं।
23 मार्च 1931 को क्रांतिकारी
भगत सिंह,
राजगुरु और
सुखदेव को
फांसी दी
गई थी।
भारतवर्ष को
आजाद कराने
के लिए
इन वीर
सपूतों में
हंसते-हंसते
फांसी का
फंदा चूम
लिया था,
इसलिए इस
दिन को
शहीद दिवस
कहा जाता
है।
कांग्रेस नेता राहुल
गांधी केरल
के एक
कॉलेज में
सोमवार को
एक स्टूडेंट
के अनुरोध
पर मार्शल
आर्ट प्रशिक्षक
बन गए।
जापानी मार्शल
आर्ट ऐकिडो
में प्रशिक्षित
50 साल के
वायनाड सांसद
राहुल ने
सेंट टेरेसाज
कॉलेज फॉर
वूमन में
मंच पर
छात्राओं का
एक समूह
को बुलाया
और उन्हें
आर्ट का
एक 'प्रिंसिपल'
दिखाया। 'महिलाएं
पुरुषों की
तुलना में
अधिक शक्तिशाली
हैं'; राहुल
गांधी ने
लड़कियों को
सिखाया ऐकिडो.
बाजार में मिलावटी
खाद्य तेलों
की मौजूदगी
की खबर
के बाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाजार
में बिक
रहे सरसों
के तेल
की जांच
के आदेश
दिए हैं.
प्रदेश के
खाद्य अधिकारी
बाजार से
सैम्पल कलेक्ट
कर उनकी
जांच करेंगे.
उत्तर प्रदेश में
अपार्टमेंट बनाने वाले बिल्डरों को
अब विजिटर्स
के लिए
भी पार्किंग
बनानी होगी.
राज्य सरकार
अपार्टमेंट्स की पार्किंग व्यवस्था में
बड़ा बदलाव
करने जा
रही है.
अब अपार्टमेंट
बनाने वाले
बिल्डरों को
फ्लैट मालिकों
के लिए
तो पार्किंग
का इंतजाम
करना ही
होगा, 10 फीसदी
जगह विजिटर्स
पार्किंग के
लिए भी
बनानी होगी.
जिससे अपार्टमेंट
में आने
वाले मेहमानों
को पार्किंग
की समस्या
न हो
और वे
अपनी गाड़ी
सड़क और
गली में
खड़ी न
करें. आवास
विकास विभाग
ने प्रस्ताव
तैयार कर
लिया है
और इसे
जल्द ही
कैबिनट की
मंजूरी के
लिए भेजा
जाएगा
कोरोना के बढ़ते
मामलों को
देखते हुए
वाराणसी के
बीएचयू को
एक बार
फिर से
बंद कर
दिया गया
है. अगले
आदेशों तक
बीएचयू में
अब कोई
क्लास नहीं
होगी. यूनिवर्सिटी
में होली
की छुट्टी
भी घोषित
कर दी
गई है.
अगले आदेश
तक केवल
ऑनलाइन क्लास
ही होंगी
और दफ्तर
खुले रहेंगे.
उत्तर प्रदेश में
तेजी से
बढ़ रहे
कोरोना वायरस
के मामलों
को देखते
हुए मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ
ने सामाजिक
दूरी और
मास्क पहनने
को लेकर
सख्ती दिखाई
है. अफसरों
को निर्देश
दिए गए
हैं कि
वे कोरोना
वायरस के
नियमों का
सख्ती से
पालन कराएं.
योगी ने
कहा कि
प्रदेश में
सामाजिक दूरी
और मास्क
पहनना अनिवार्य
होगा. रेलवे
स्टेशन, बस
स्टेशन और
एयरपोर्ट पर
जांच में
विशेष सतर्कता
बरतने के
निर्देश दिए
गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पब्लिक
एड्रेस सिस्टम
को सक्रिय
रखें. बता
दें कि
बीते 24 घंटों
में उत्तर
प्रदेश में
542 नए मामले
दर्ज किए
गए हैं
उत्तर प्रदेश में
तेजी से
बढ़ रहे
कोरोना वायरस
के मामलों
को देखते
राज्य में
अब बिना
अनुमति कोई
सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे. हालांकि,
पर्व और
त्योहारों पर रोक नहीं लगाई
गई है
लेकिन नियमों
का पालन
करना अनिवार्य
होगा. कोरोना
संक्रमण को
लेकर लोगों
को जागरुक
किया जाएगा.
नए नियमों
के मुताबिक
सार्वजनिक समारोह में 10 साल से
कम के
बच्चे और
60 साल से
ऊपर के
बुजुर्गों के शामिल होने पर
रोक लगाई
गई है.
मध्यप्रदेश के ग्वालियर
जिले के
पुरानी छावनी
थाना क्षेत्र
में मंगलवार
को सुबह
बस और
ऑटो के
बीच हुई
जबर्दस्त भिडंत
में आटो
सवार 13 लोगों
की मौत
हो गई
और 3 अन्य
गंभीर रुप
से घायल
हो गए,
जिन्हें अस्पताल
ले जाया
गया है।पुलिस
सूत्रों के
अनुसार मुरैना
की ओर
जा रहे
ऑटो की
टक्कर सामने
से आ
रही एक
बस से
हो गई।
इस हादसे
में ऑटो
सवार 10 लोगों
की मौत
हो गई
है, जबकि
3 अन्य गंभीर
रुप से
घायल हो
गए हैं,
जिन्हें समीप
के अस्पताल
ले जाया
गया है।
पिछले 24 घंटों के
दौरान, जम्मू-कश्मीर, गिलगित
बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल
प्रदेश में
बारिश और
गरज के
साथ बर्फबारी
हुई है।
उत्तराखंड में हल्की बारिश हुई।
पंजाब, हरियाणा,
उत्तर और
पश्चिमी भागों
और राजस्थान
और विदर्भ
के कुछ
हिस्सों में
हल्की बारिश
और गरज
के साथ
छींटे पड़े।
केरल और
आंतरिक तमिलनाडु
के कुछ
हिस्सों में
हल्की बारिश
हुई। छत्तीसगढ़,
झारखंड, उत्तर
आंतरिक कर्नाटक
और अरुणाचल
प्रदेश में
हल्की बारिश
हुई। दिन
का तापमान
पंजाब और
हरियाणा में
2 से 4 डिग्री,
राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और
छत्तीसगढ़ में 1 से 3 डिग्री तक
गिर गया।
अगले 24 घंटों
के दौरान
पश्चिमी हिमालय
के एक
या दो
भारी इलाकों
में कई
स्थानों पर
गरज के
साथ बारिश
होने की
आशंका है।
जम्मू-कश्मीर,
गिलगिट-बाल्टिस्तान,
मुजफ्फराबाद, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और
उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में
बर्फबारी होगी।
पंजाब, हरियाणा,
दिल्ली, पश्चिम,
मध्य उत्तर
प्रदेश और
राजस्थान के
कई हिस्सों
में हल्की
से मध्यम
बारिश हो
सकती है।
उत्तर-पश्चिम
भारत के
ऊपर ओलावृष्टि
की भी
आशंका है।
Pawar rules out Maha home minister's exit over Singh's
claims
A year after ‘Janata curfew', coronavirus threat rears its
ugly head again
Remain alert, follow COVID-19 guidelines during Holi: Delhi
health minister to people
Mumbai ex-Police Commissioner moves SC for CBI probe against
Maharashtra HM Anil Deshmukh
ATS to take 2 accused near creek where Hiran's body was
found
Satish Kaushik hospitalised days after testing COVID-19
positive
Conspiracy to defame Maha govt:NCP on Param Bir Singh's
letter
Param Bir Singh's letter dented Maha home dept's image: Sena
COVID-19: Five states record surge in cases
Sagar Sarhadi, writer of 'Kabhi Kabhie', 'Silsila', dead
Surge in fresh COVID-19 cases, India records 46,951 new
infections
Encounter in J-K's Shopian, four militants killed
Drinking age to be lowered from 25 to 21 in Delhi
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें