हरदोई जनपद की पंचायत चुनाव व्यवस्था की उड़ाई गयी धज्जियां

 

    राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है। प्रथम चरण में लखनऊ मंडल के हरदोई और रायबरेली के साथ अयाेध्या और श्रावस्ती में चुनाव होगा। तारीखों के एलान के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। प्रदेश में चार चरण में 15, 19, 26 तथा 29 अप्रैल को मतदान होगा।इसके बाद दो मई को होगी मतों की गणना होगी। दो मई से बाद से गांव की सरकार का काम शुरू होगा, जोकि 25 दिसंबर से बंद है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से जिले के उपजिलाधिकारियों को पत्र भेजकर संवेदनशील, अतिसंवेदनशील केंद्रों का डाटा मांगा गया है। इसके बाद ऐसे केंद्रों पर अलग से सुरक्षा व्यवस्था कराई जाएगी। बीएसए हेमंत राव ने सभी बीईओ को पत्र जारी कर निर्देशित किया है कि जनपद में आए और जनपद से गए शिक्षकों का डाटा पोर्टल पर डिलीट फीड कराएं ताकि सूचना निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराई जा सके। इसमेें किसी तरह की कोई कोताही बरती जाए।

     हरदोई जनपद की पंचायत चुनाव व्यवस्था में चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गयी हैं ।पोलिंग पार्टी  पांच के स्थान पर चार कर्मचारियों की पार्टी बनाना । अधिकांश पार्टियों में 2 महिला कर्मचारी रखा जाना । कुछ पोलिंग पार्टी में तो 3 तक महिला कर्मी हैं । PO1 में शिक्षामित्र अर्थात संविदा कर्मी हैं जबकि PO2 में पूर्ण वेतनभोगी अमीन और ग्राम विकास अधिकारी लगाया जाना । PO3 में चतुर्थ श्रेणी (पुरुष) कर्मचारी के स्थान पर आँगनवाड़ी वर्कर को लगाया जाना । ड्यूटी लगाने में अनियमितताएं किया जाना कि बहुत से पुरुषों  को ड्यूटी मुक्त रखा गया है जबकि महिलाओं की ड्यूटी लगाई गई है ।पति -पत्नी दोनों की ड्यूटी लगाया जाना फिर राज्य चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश के बाबजूद किसी की ड्यूटी काटा न जाना ।अन्तर्जनपदीय स्थानांतरित कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाया जाना ।।दिव्यागों की ड्यूटी लगाया जाना फिर उन्हें ड्यूटी मुक्त न किया जाना ।मातृत्व व प्रसूति अवकाश पर होने के बाबजूद महिला कर्मियों की ड्यूटी लगाया जाना ।एकल पैरेंट होने के बाबजूद कर्मी की ड्यूटी न काटा जाना ।गर्भवती महिलाओं की ड्यूटी न काटा जाना ।अब इन सभी अनियमितताओं के साथ पंचायत चुनाव कैसे कराना संभव हो पायेगा जबकि अधिकारीगण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पेंशनरों की विशाल सभा

विश्व रजक महासंघ का आयोजन

जातीय गणना के आंकड़े जारी