कोविड-19 की दवाओं पर GST से छूट दिए जाने का उपभोक्ताओं को नुकसान होगा- सीतारमण
नीट पीजी 2021 की
परीक्षा में
शामिल होने
वालों को
मिल सकता
है अधिक
अंक कमाने
का मौका।
कोविड ड्यूटी
करने वाले
अभ्यार्थियों को इंसेंटिव के तौर
पर दिए
जाएंगे ग्रेस
मार्क्स। देश
में डॉक्टर्स,
नर्सेज़ की
कमी पूरी
करने के
लिए सुप्रीम
कोर्ट ने
दिया सुझाव।
भारतीय यात्रियों को
अमेरिका यात्रा
के लिए
बाइडेन सरकार
से मिली
कुछ मामलों
में राहत।
भारत से
अमेरिका जाने
वाले योग्य
यात्री आरटी-पीसीआर जांच
रिपोर्ट और
कोविड से
ठीक होने
के कागजात
दिखाकर कर
सकते हैं
यात्रा। विमान
में सवार
होने से
पहले एयरलाइंस
कर्मियों को
दिखानी होंगी
रिपोर्ट्स।
चीन के वैज्ञानिकों
ने कोविड-19
महामारी से
5 साल पहले
कथित तौर
पर कोरोनावायरस
को हथियार
के तौर
पर इस्तेमाल
करने के
बारे में
जांच की
थी और
उन्होंने तीसरा
विश्व युद्ध
जैविक हथियार
से लड़ने
का पूर्वानुमान
लगाया था।
अमेरिकी विदेश
विभाग को
प्राप्त हुए
दस्तावेजों के हवाले से मीडिया
रपटों में
यह दावा
किया गया
है। ब्रिटेन
के 'द
सन' अखबार
ने 'द
ऑस्ट्रेलियन' की तरफ से सबसे
पहले जारी
रिपोर्ट के
हवाले से
कहा कि
अमेरिकी विदेश
विभाग के
हाथ लगे
'विस्फोटक' दस्तावेज कथित तौर पर
दर्शाते हैं
कि चीन
की पीपुल्स
लिब्रेशन आर्मी
(पीएलए) के
कमांडर यह
घातक पूर्वानुमान
जता रहे
थे। अमेरिकी
अधिकारियों को मिले दस्तावेज कथित
तौर पर
वर्ष 2015 में उन सैन्य वैज्ञानिकों
और वरिष्ठ
चीनी स्वास्थ्य
अधिकारियों द्वारा लिखे गए थे
जोकि कोविड-19
की उत्पत्ति
के संबंध
में जांच
कर रहे
थे। चीनी
वैज्ञानिकों ने सार्स कोरोना वायरस
का 'जैविक
हथियार के
नए युग'
के तौर
पर उल्लेख
किया था,
कोविड जिसका
एक उदाहरण
है। पीएलए
के दस्तावेजों
में दर्शाया
गया कि
जैव हथियार
हमले से
दुश्मन के
चिकित्सा तंत्र
को ध्वस्त
किया जा
सकता है।
दस्तावेजों में अमेरिकी वायुसेना के
कर्नल माइकल
जे के
कार्यों का
भी जिक्र
किया गया
है, जिन्होंने
इस बात
की आशंका
जताई थी
कि तीसरा
विश्व युद्ध
जैविक हथियारों
से लड़ा
जा सकता
है। दस्तावेजों
में इस
बात का
भी उल्लेख
है कि
चीन में
वर्ष 2003 में फैला सार्स एक
मानव-निर्मित
जैव हथियार
हो सकता
है, जिसे
आंतकियों ने
जानबूझकर फैलाया
हो। सांसद
टॉम टगेनधट
और आस्ट्रेलियाई
राजनेता जेम्स
पेटरसन ने
कहा कि
इन दस्तावेजों
ने कोविड-19
की उत्पत्ति
के बारे
में चीन
की पारदर्शिता
को लेकर
चिंता पैदा
कर दी
है। हालांकि
बीजिंग में
सरकारी ग्लोबल
टाइम्स समाचार-पत्र ने
चीन की
छवि खराब
करने के
लिए इस
लेख को
प्रकाशित करने
को लेकर
दी ऑस्ट्रेलियन
की आलोचना
की है।
हैरान करने वाली रिपोर्ट
: चीन 2015 से ही SARS कोरोना वायरस
को सैन्य
क्षमता के
तौर पर
इस्तेमाल करने
की तैयारी
कर रहा
था। वीकेंड
ऑस्ट्रेलियन की रिपोर्ट में यह
दावा किया
गया है।
'अननेचुरल ओरिजन ऑफ सार्स एंड
न्यू स्पेसीज
ऑफ मैनमेड
वायरेस' नाम
की जेनेटिक
बायोवेपंस की रिपोर्ट में कहा
गया है
कि तीसरा
विश्व युद्ध
जैविक हथियारों
के जरिये
लड़ा जाएगा।
दस्तावेज में
खुलासा किया
है कि
चीनी सेना
के वैज्ञानिक
सार्स कोरोना
वायरस को
हथियार की
तरह इस्तेमाल
करने पर
चर्चा कर
रहे थे।असम
के नए
सीएम होंगे
हेमंत बिस्वा
सरमा। एक
हफ्ते बाद
बीजेपी ने
तय किया
नाम। मुख्यमंत्री
सर्बानंद सोनोवाल
ने राज्यपाल
को इस्तीफा
सौंपा। सरमा
सोमवार को
लेंगे शपथ।
हरियाणा में 17 मई
तक बढ़ाया
गया लॉकडाउन,
विज ने
कहा- वायरस
के रोकथाम
के लिए
कड़े उपाय
किए जाएंगे.
1 हफ्ते और बढ़ा दिल्ली में 'लॉकडाउन' कल से मेट्रो
सेवा भी नहीं चलेगी. यूपी में कोरोना संक्रमण को देखते हुए कर्फ्यू की अवधि 17 मई तक
बढ़ी. राजस्थान में 10 मई से 24 मई तक लगा लॉकडाउन. राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण
की चैन तोड़ने के लिए 17 मई की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है।
बीसीसीआई अध्यक्ष
सौरव गांगुली
ने पुष्टि
की है
कि भारत
आईपीएल 2021 के शेष मुकाबले का
आयोजन नहीं
करेगा। 4 फ्रेंचाइजी
में कोविड-19
मामले सामने
आने के
कारण टी20
लीग निलंबित
की है।
अरबपति उद्योगपति मुकेश
अंबानी की
कंपनी रिलायंस
रिटेल लिमिटेड
को 2021 में
दुनिया की
दूसरी सबसे
तेजी से
बढ़ती खुदरा
विक्रेता कंपनी
का दर्जा
प्राप्त हुआ
है। दुनिया
की खुदरा
विक्रेता कंपनियों
की डेलायट
की रिपोर्ट
में यह
कहा गया
है।
देश में कोरोना
वायरस के
खिलाफ टीकाकरण
का अभियान
जारी है।
अभी तक
वैक्सीन की
17 करोड़ के
करीब डोज
दी जा
चुकी है।
काबुल में स्कूल बम धमाकों में
मृतक संख्या 50 हुई, मरने वालों में 11 से 15 साल की लड़कियां ये धमाके राजधानी
के पश्चिम
में स्थित
शिया बहुल
इलाके में
हुए हैं।
तालिबान ने
इसकी जिम्मेदारी
नहीं ली
है और
घटना की
निंदा की
है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण
ने रविवार
को कहा
कि कोविड-19
की दवाओं,
टीका और
आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स
की घरेलू
आपूर्ति और
वाणिज्यिक आयात पर माल एवं
सेवाकर (GST) हटाने से ऐसी दवाएं
और सामान
खरीदारों के
लिए इसका
कारण बताते
हुए उन्होंने
कहा कि
जीएसटी हटने
पर इनके
विनिर्माताओं उत्पादन में प्रयोग किए
गए कच्चे/मध्यवर्ती माल
व सामग्री
पर चुकाए
गए कर
के लिए
इनपुट-टैक्स-क्रेडिट का
दावा नहीं
कर सकेंगे।
वर्तमान में टीके
की घरेलू
आपूर्ति और
वाणिज्यिक आयात करने पर 5 प्रतिशत
की दर
से जीएसटी
लगता है
वहीं कोविड
दवाओं और
आक्सीजन कंसंट्रेटर्स
पर 12 प्रतिशत
की दर
से जीएसटी
लागू है।
सीतारमण ने
इन सामानों
पर जीएसटी
से छूट
दिए जाने
की मांग
को लेकर
ट्वीट में
जवाब देते
हुए कहा
कि यदि
टीके पर
पूरे 5 प्रतिशत
की छूट
दे दी
जाती है
तो टीका
विनिर्माताओं को कच्चे माल पर
दिये गए
कर की
कटौती का
लाभ नहीं
मिलेगा और
वह पूरी
लागत को
ग्राहकों, नागरिकों से वसूलेंगे। 5 प्रतिशत
की दर
से जीएसटी
लगने से
विनिर्माताओं को इनपुट टैक्स क्रेडिट
(आईटीसी) का
लाभ मिलता
है और
यदि आईटीसी
अधिक होता
है तो
वे रिफंड
का दावा
कर सकते
हैं, इसलिए
टीका विनिर्माताओं
को जीएसटी
से छूट
दिए जाने
का उपभोक्ताओं
को नुकसान
होगा। सीतारमण
ने आगे
कहा कि
यदि एकीकृत
जीएसटी (आईजीएसीटी)
के रूप
में किसी
सामान पर
100 रुपए की
प्राप्ति होती
है तो
इसमें से
केन्द्रीय जीएसटी और राज्य जीएसटी
के तौर
आधी आधी
रकम दोनों
के खाते
में जाती
है। इसके
अलावा केंद्र
को केन्द्रीय
जीएसटी के
तौर पर
मिलने वाली
राशि में
से 41 प्रतिशत
हिस्सा भी
दिया जाता
है। इस
प्रकार प्रत्येक
100 रुपए में
से 70.50 रुपए
की राशि
राज्यों का
हिस्सा होता
है। वित्त
मंत्री ने
कहा कि
वास्तव में
5 प्रतिशत की दर से जीएसटी
टीका बनाने
वाली कंपनियों
और लोगों
के हित
में है।
पश्चिम बंगाल
की मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी
ने दिन
में एक
पत्र प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी
को लिखा
है जिसमें
उन्होंने विभिन्न
संगठनों और
एजेंसियों से दानस्वरूप मिलने वाले
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स,
सिलेंडर, क्रायोजिनिक
स्टोरेज टेंक
और कोविड
संबंधी दवाओं
को जीएसटी
और सीमा
शुल्क से
छूट दिए
जाने की
मांग की
है। सीतारमण
ने ट्वीट के
जरिए मुख्यमंत्री
के पत्र
का जवाब
देते हुए
कहा कि
इस तरह
के सामानों
को पहले
ही सीमा
शुल्क और
स्वास्थ्य उपकर से छूट दी
जा चुकी
है। इसके
साथ ही
देश में
मुफ्त वितरण
के लिए
भारतीय रेडक्रॉस
द्वारा आयात
की जाने
वाली कोविड
राहत सामग्री
को एकीकृत
जीएसटी से
भी छूट
दी गई
है। इसके
अलावा किसी
भी कंपनी,
राज्य सरकार,
राहत एजेंसी
अथवा स्वतंत्र
निकाय के
द्वारा राज्य
सरकार से
प्राप्त प्रमाण-पत्र के
आधार पर
देश में
मुफ्त वितरण
के लिए
बिना लागत
आयात की
जाने वाली
कोविड सामग्री
पर भी
आईजीएसटी से
छूट दी
जा चुकी
है। सीतारमण
ने कहा
कि इस
प्रकार के
सामन की
देश में
उपलब्धता बढ़ाने
के लिये
सरकार ने
इस प्रकार
की सामग्री
के वाणिज्यिक
तौर पर
आयात किये
जाने पर
भी मूल
सीमा शुल्क
और स्वास्थ्य
उपकर से
पूरी तरह
छूट दी
है। सरकार
ने रेमडेसिविर
टीका और
इसमें इस्तेमाल
होने वाली
सामग्री (एपीआई),
नैदानिक किट,
चिकित्सा श्रेणी
की आक्सीजन,
आक्सीजन थेरेपी
से जुड़ी
उपकरण जैसे
कि आक्सीजन
कंसंट्रेटर्स, क्रायोजेनिक परिवहन टैंक आदि
और कोविड
टीकों सहित
कोविड-19 से
जुड़ी राहत
सामग्री के
आयात को
पहले ही
सीमा शुल्क
से छूट
दे दी
है। सरकार
ने 3 मई
से देश
में अनुदान
के रूप
में नि:शुल्क वितरण
के लिए
प्राप्त होने
वाली कोविड
राहत सामग्री
को आईजीएसटी
से भी
छूट दे
दी है।
इस कदम
से देश
में पहुंचने
वाली इस
प्रकार की
राहत सामग्री
को सीमा
शुल्क से
जल्द मंजूरी
दिलाने में
मदद मिली
है। इस
मामले में
हालांकि यह
देखा जाएगा
कि राज्य
सरकार द्वारा
नियुक्त नोडल
प्राधिकरण ने सभी प्रकार की
राहत सामग्री
के नि:शुल्क वितरण
के लिए
किस इकाई
अथवा राहत
एजेंसी अथवा
सांवधिक संस्था
को नियुक्त
किया है।
दिल्ली के उप
मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने टीके
निर्यात करने
को लेकर
रविवार को
केंद्र सरकार
पर निशाना
साधते हुए
कहा कि
अगर अपने
देश में
लोगों को
पहले टीके
लगाए जाते
तो बड़ी
संख्या में
जीवन बचाए
जा सकते
थे।
नोएडा में एंबुलेंस के लिए किराया
सूची जारी. वेंटिलेटर एंबुलेंस के लिए
10 किलोमीटर तक ढाई हजार रुपया
.
उत्तर प्रदेश में कोरोना मैनेजमेंट
को लेकर योगी सरकार कितने ही दावे कर लें, लेकिन कई बार बीजेपी के ही विधायक और सांसद
उस पर सवाल उठा देते हैं. उत्तर प्रदेश
वैक्सीन के
डोज का
ऑर्डर और
एडवांस देने
वाला पहला
राज्य है।
यही कारण
है कि
लखनऊ के
अमौसी एयरपोर्ट
पर मुंबई
से कोविशील्ड
वैक्सीन की
3.50 लाख डोज
की पहली
खेप पहुंच
चुकी है।
सीतापुर के जिला
कारागार में
कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए
समाजवादी पार्टी
के वरिष्ठ
नेता व
रामपुर के
सांसद मोहम्मद
आजम खान
और उनके
बेटे अब्दुल्ला
खान को
रविवार को
लखनऊ के
मेदांता अस्पताल
में स्थानांतरित
किया गया।
उत्तर प्रदेश में
ट्रेस, टेस्ट,
ट्रीट और
आंशिक कोरोना
कर्फ्यू पर
किए जा
रहे अमल
से कोरोना
संक्रमण के
फैलाव पर
अंकुश लग
रहा है।
अब हर
दिन कोरोना
संक्रमण के
मामलों में
कमी हो
रही है।
सरकारी प्राइमरी स्कूलों
में जल्द
5000 से ज्यादा
शिक्षकों की
भर्ती की
शुरुआत होगी।
69000 शिक्षक भर्ती के बचे हुए
पदों पर
ये भर्तियां
होनी हैं।
कफन चोर: कोरोना
महामारी में
जहां कुछ
लोग दवाई,
आक्सीजन, खाने
के सामान
व अन्य
वस्तुओं की
कालाबाजारी में लगे है। वहीं
एक गैंग
ऐसा भी
है,जो
शमशान घाट
पर शव
के ऊपर
से चुराते
थे कपड़े,
दोबारा बाजार
में देते
थे बेच.
प्रदेश के पंचायतीराज
विभाग की
ओर से
गांवों में
चलाये जा
रहे स्वच्छता,
सैनिटाइजेशन और कोरोना संक्रमितों की
पहचान के
अभियान में
बीते 24 घण्टों
में राज्य
के ग्रामीण
इलाकों में
कुल 5262 कोरोना
पाजिटिव.
कोरोना महामारी रोकने में
सरकार के
साथ समाज
की भी
भागीदारी जरूरी
: सीएम योगी
मऊ शहर के
सरायलखंसी थाना क्षेत्र स्थित फातिमा
अस्पताल के
आवासीय परिसर
में बने
ओवर हेड
पानी के
टैंक के
ऊपर से
कूदकर 26 वर्षीय
युवक ने
अपनी इहलीला
समाप्त कर
ली। प्रेम
प्रसंग में सिरफिरे आशिक ने पानी की टंकी से कूदकर दी जान.
सुलतानपुर जिले में
लॉकडाउन का
फायदा गैस
का कारोबार
करने वाले
लोग भी
उठाने में
पीछे नहीं
है। कादीपुर
में पुलिस
की सूचना
पर पूर्ति
विभाग की
टीम ने
एक दुकान
से 20 घरेलू
सिलेंडर बरामद
किया। सुलतानपुर
में घरेलू
गैस सिलेंडर
की कालाबाजारी,
दुकानदार पर
केस
लखनऊ पीजीआई कोतवाली
क्षेत्र में
प्रधानी चुनाव
में वोट
न देने
पर दूध
व्यवसाई पर
हमला कर
दिया। पीड़ित
ने पहले
पीजीआई कोतवाली,फिर घटना
स्थल मोहनलालगंज
में नामजद
तहरीर दी
है। प्रधानी
के चुनाव
में वोट
न देने
पर दूध
व्यवसाई पर
हमला कर
की पिटाई
शेरनियों में कोरोना
संक्रमण मिलने
के बाद
उन्नाव का
डियर पार्क
बंद, 29 हिरन
किए गए
क्वारंटीन कोरोना
संक्रमण का
दायरा बढ़ते
ही नवाबगंज
पक्षी विहार
में हिरनों
को क्वारंटीन
कर दिया
गया है।
हिरनों तक
संक्रमण पहुंचने
की संभावना
शून्य रहे
इसके लिए
केअर टेकर
को भी
क्वारंटीन किया गया है।
अयोध्या में रिटायर
कर्मचारी की
हत्या का
खुलासा, दो
आरोपी अरेस्ट.
अयोध्या नगर
निगम के
सेवानिवृत्त कर्मचारी रामराज की हत्या
का पुलिस
ने रविवार
को खुलासा
कर दिया।
वारदात में
शामिल दो
आरोपियों को
पुलिस ने
पकड़ लिया
है।
सरकार ने कोविन
पोर्टल पर
महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें
कई खामियों
को दूर
करते हुए
वहीं कुछ
ऐसी सुविधाएं
भी दी
गई हैं,
जिससे लोगों
का काम
आसान होगा।
कोविन पोर्टल
पर सबसे
बड़ा बदलाव
यह किया
गया है
कि अब
रजिस्ट्रेशन के बाद जब आपका
वैक्सीन लगवाने
का नंबर
आएगा तो
एक चार
अंक का
सिक्योरिटी कोड देना होगा। इसके
बगैर आपको
टीका नहीं
लग पाएगा।
देश में
16 जनवरी से
कोरोना टीकाकरण
की शुरुआत
हुई थी,
तभी से
कोविन पोर्टल
पर रजिस्ट्रेशन
को अनिवार्य
किया गया
था। टीका
लगवाने के
लिए सबसे
पहले कोविन
पोर्टल, आरोग्य
सेतु ऐप
और उमंग
ऐप पर
रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन
के बाद
दी हुई
तारीख पर
आप टीकाकरण
केंद्र पहुंचते
हैं और
टीका लगवाते
हैं, तब
आपके पास
सफलतापूर्वक टीकाकरण का एक मैसेज
आता है।
कई बार
देखा गया
कि रजिस्ट्रेशन
के बाद
लोग दी
हुई तारीख
पर टीकाकरण
केंद्र पर
नहीं पहुंचे,
लेकिन उनके
पास टीकाकरण
हो जाने
का मैसेज
आ गया।
इसकी काफी
शिकायतें मिल
रही थीं।
इसी को
दूर करने
के लिए
सिक्योरिटी कोड को अनिवार्य किया
गया है।
8 मई से
यह व्यवस्था
लागू हो
गई है।
इसके बाद
बिना कोड
के टीका
नहीं लग
पाएगा। कोविन
सिस्टम पर
लागू किया
नया फीचर
सिर्फ उन
लोगों के
लिए होगा,
जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन
बुकिंग की
है। कोड
पर ही
मिलेगा सर्टिफिकेट
: चार अंकों
का यह
सिक्योरिटी कोड अपॉइंटमेंट एकनॉलेजमेंट स्लिप
पर भी
प्रिंट किया
जाएगा, लेकिन
इसकी जानकारी
वैक्सीनेटर या ऑपरेटर को नहीं
होगी। अपॉइंटमेंट
मिल जाने
के बाद
इस कोड
को यूजर
के मोबाइल
फोन पर
एसएमएस के
जरिए भी
भेजा जाएगा।
वैक्सीनेशन सेंटर पर कोड दिखाने
के बाद
टीका लग
जाएगा। पोर्टल
पर कोड
की एंट्री
के बाद
ही डिजिटल
सर्टिफिकेट जेनेरेट होगा। इसके बाद
आपको एक
मैसेज आएगा
कि आपका
टीकाकरण सफलतापूर्वक
हो गया
है। अगर
आपको मैसेज
नहीं आता
है तो
आपको सेंटर
पर बताना
होगा। सिक्योरिटी
कोड के
अलावा कोविन
पोर्टल के
डैशबोर्ड में
बदलाव किया
गया है।
इससे लोगों
को काफी
सुविधा मिलेगी।
जब आप
पिन कोड
या जिला,
किसी एक
के जरिए
बुकिंग के
लिए स्लॉट
सर्च करेंगे
तो आपको
एज ग्रुप,
वैक्सीन, फ्री
और पेड
की जानकारी
उसी वक्त
मिल जाएगी।
पहले वैक्सीन
लगवाने के
बाद मैसेज
आने पर
पता चलता
था कि
आपको कौन
सी वैक्सीन
लगाई गई
है, लेकिन
इस सुविधा
के जरिए
आपको सारी
जानकारी पहले
ही मिल
जाएगी। कई
लोगों हमें
कौन सी
वैक्सीन लगवानी
है, इसे
चुनने का
अधिकार दिया
जाए। इस
सुविधा से
उस मांग
को भी
पूरा कर
दिया गया
है। अब
आप पहले
ही देख
लेंगे कि
मुझे जो
वैक्सीन लगवानी
है, वो
कहां और
कब उपलब्ध
है और
उस हिसाब
से आप
अपने लिए
स्लॉट बुक
कर सकेंगे।
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