रूस और यूक्रेन में जंग,चीन का पैंतरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ने पुतिन
से बात
की। यूक्रेन
विवाद पर
पीएम मोदी
ने पुतिन
से कहा
कि सभी
मुद्दों को
बातचीत से
सुलझाएं। रूस
और नाटो
का विवाद
सिर्फ संवाद
से सुलक्ष
सकता है।
उन्होंने यूक्रेन
में फंसे
भारतीयों को
निकालने के
लिए भी
बात की।
ईमानदार कोशिश
से ये
विवाद खत्म
हो
सकता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन संकट पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से टेलीफोन पर बातचीत की; जयशंकर ने बृहस्पतिवार रात एक ट्वीट में कहा कि ब्लिंकन के साथ यूक्रेन में चल रहे घटनाक्रम और उसके प्रभावों पर चर्चा हुई।
यूक्रेन के स्वास्थ्य
मंत्री विक्टर
ल्याशको ने
बृहस्पतिवार को कहा कि रूस
के हमले
में 57 यूक्रेनी
नागरिक मारे
गए हैं
और 169 अन्य
घायल हुए
हैं। ल्याशको
ने यह
भी कहा
कि यूक्रेन
के अधिकारी
देश की
स्वास्थ्य सुविधाओं को फिर से
तैयार कर
रहे हैं।
कई महीनों तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर हमले की किसी भी योजना से इनकार करते रहे. लेकिन गुरुवार को उन्होंने एक लाइव टीवी कार्यक्रम में यूक्रेन में 'स्पेशल मिलिटरी ऑपरेशन' का एलान कर दिया. रूसी राष्ट्रपति के इस एलान के बाद यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ समेत देश के अन्य हिस्सों में धमाकों की आवाजें सुनी गईं. रूस की तरफ़ से ये कार्रवाई पुतिन के मिन्स्क शांति समझौते को खत्म करने और यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों में सेना भेजने की घोषणा के बाद की गई है. रूस की तरफ़ से इन राज्यों में सेना भेजने की वजह 'शांति कायम करना' बताया गया है. अब जब हालात और ख़राब हो चुके हैं और यूक्रेन के कई शहरों पर रूस के हमले की ख़बरें और तस्वीरें आने लगी हैं, तो ऐसे में सब के मन ये सवाल आता है कि आख़िर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चाहते क्या हैं? इसे समझने के लिए हमें 8 साल पीछे यानी साल 2014 में चलना होगा. तब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. उस वक़्त रूस समर्थित विद्रोहियों ने देश के पूर्वी हिस्से में एक अच्छे खासे इलाक़े पर क़ब्ज़ा कर लिया था. उस वक़्त से लेकर आज तक इन विद्रोहियों की यूक्रेन की सेना से भिड़ंत लगातार जारी है. पुतिन का तर्क है कि इसी वजह से वो सेना भेजने को मजबूर हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने रूस द्वारा यूक्रेन के अलगाववादी राज्यों 'शांति कायम' करने के उद्देश्य से सेना भेजने के तर्क को सिरे से खारिज किया है. रूस ने लंबे समय से यूक्रेन के यूरोपियन यूनियन, नेटो और अन्य यूरोपीय संस्थाओं के साथ क़रीबी का विरोध किया है. हालिया घटनाक्रमों के पीछ पुतिन का तर्क है कि यूक्रेन पूर्ण रूप से कभी एक देश था ही नहीं, उन्होंने यूक्रेन पर पश्चिमी देशों की कठपुतली बनने का भी आरोप लगाया है. पुतिन यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यूक्रेन नेटो में शामिल नहीं हो पाए. इसके लिए वह यूक्रेन और अन्य पश्चिमी देशों से गारंटी चाहते हैं. उनकी मांग है कि यूक्रेन अपना सैन्यीकरण बंद करे और किसी गुट का हिस्सा ना बने. सोवियत संघ का हिस्सा रहने की वजह से यूक्रेन का रूसी समाज और संस्कृति से गहरा जुड़ाव रहा है. वहां रूसी भाषा बोलने वालों की संख्या भी अच्छी खासी है. लेकिन 2014 के हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्ते काफ़ी ख़राब हुए हैं. 2014 में रूस समर्थक माने जाने वाले यूक्रेन के तत्कालीन राष्ट्रपति को सत्ता छोड़नी पड़ी. इसके बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. इस मामले का फिलहाल कोई कूटनीतिक समाधान निकलता नही दिख रहा है. ताजा कार्रवाई के बाद आशंका जताई जा रही है कि रूसी सेना यूक्रेन के पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी इलाकों पर हमला करते हुए वहां की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश कर सकती है.
यूक्रेन पर
कार्रवाई के
लिए रूस
क्राइमिया, बेलारूस और यूक्रेन के
उत्तरी सीमा
के पास
भारी संख्या
में सैनिकों
को तैनात
कर सकता
है. लेकिन
इस दौरान
रूस को
प्रतिरोध का
सामना भी
करना पड़
सकता है,
क्योंकि पिछले
कुछ सालों
में यूक्रेन
ने अपनी
सेना को
पहले से
बेहतर तैयार
किया है.
इसके अलावा
उन्हें जनता
का भी
भारी विरोध
झेलना होगा.
यूक्रेन की
सेना ने
18 से 60 साल
के आयु
वर्ग के
अपने सभी
रिजर्व सदस्यों
को बुला
लिया है.
हालांकि रूस
के पास
अन्य विकल्प
भी मौजूद
हैं. मसलन,
वह यूक्रेन
को नो
फ्लाई जोन
घोषित कर
सकता है,
वहां के
बंदरगाहों को ब्लॉक कर सकता
है या
फिर पड़ोसी
मुल्क बेलारूस
में अपने
परमाणु हथियार
तैनात कर
सकता है.
इसके अलावा
हो सकता
है कि
रूस यूक्रेन
पर साइबर
हमला करे.
इसी साल
जनवरी में
यूक्रेन सरकार
की वेबसाइट
ठप पड़
गई थी,
फरवरी के
मध्य में
यूक्रेन के
2 सबसे बड़े
बैंकों को
भी निशाना
बनाया गया
था. पश्चिमी
देशों ने
रूस की
कार्रवाई को
अवैध बताते
हुए इसकी
कड़ी आलोचना
की है.
संयुक्त राष्ट्र
के महासचिव
एंटोनियो गुटेरेस
ने भी
रूस की
कार्रवाई की
निंदा करते
हुए इसे
यूक्रेन की
क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर
हमला बताया
है. यूरोपियन
यूनियन भी
रूस पर
कड़े प्रतिबंधों
लगाने की
सोच रहा
है. रूस
के उन
351 सांसदों को भी लक्ष्य बनाया
जा सकता
है, जिन्होंने
यूक्रेन के
2 अलगाववादी इलाकों को मान्यता देने
के दौरान
संसद में
पुतिन का
साथ दिया.
दुनिया की नजरें
जहां रूस
और यूक्रेन
के बीच
छिड़े जंग
पर टिकी
हुई है.
वहीं, चीन
ने इसका
फायदा उठाते
हुए अपने
युद्धक जहाजों
को ताइवान
की ओर
भेज दिया
है. चीनी
युद्धक जहाज
ताइवान के
जलक्षेत्र में घुस गया है.
इससे पहले
भी चीन
अपने युद्धक
जहाजों को
ताइवान की
ओर भेज
चुका है.
कुछ महीने
पहले ही
चीन ने
लगातार कुछ
दिनों तक
ताइवान की
ओर अपने
लड़ाकू विमानों
को भेजा
था. चीन
का इरादा
इसके जरिए
ताइवान में
डर पैदा
करने का
था. हालांकि,
चीन अपने
इरादों में
कामयाब नहीं
हो पाया.
अमेरिका ने
ताइवान को
कहा कि
वह चीन
से निपटने
में उसकी
मदद करेगा.
वहीं, रूस-यूक्रेन के
घटनाक्रम को
देखते हुए
ताइवान में
भी बैचेनी
बढ़ी हुई
है. ताइवान
को डर
सता रहा
है कि
जहां दुनिया
की नजरें
रूस-यूक्रेन
के बीच
छिड़ी जंग
पर टिकी
हुई है.
वहीं, कहीं
चीन इसका
फायदा उठाकर
ताइवान पर
हमला न
कर दे.
हालांकि, अब
ऐसा होता
हुआ नजर
आने लगा
है. चीन
ने आज
ही अपने
युद्धक जहाजों
को ताइवान
की ओर
भेज दिया
है. ताइवान
की सरकार
हमेशा चीन
की तरफ
से पैदा
होने वाले
खतरों से
निपटने के
लिए तैयार
रहती है.
चीन ताइवान
को अपने
क्षेत्र के
रूप में
देखता है
और पिछले
दो सालों
के दौरान
स्वशासी द्वीप
के पास
सैन्य गतिविधियों
को तेज
कर दिया
है.
ताइवान की राष्ट्रपति
त्साई इंग-वेन ने
बुधवार को
एक बैठक
के बाद
कहा कि
ताइवान को
क्षेत्र में
सैन्य गतिविधियों
पर अपनी
निगरानी और
सतर्कता बढ़ानी
चाहिए और
विदेशी गलत
सूचनाओं से
निपटना चाहिए.
हालांकि उसने
सीधे तौर
पर चीन
का नाम
नहीं लिया.
त्साई इंग-वेन ने
यूक्रेन से
जुड़े मुद्दे
पर बैठक
की थी.
ताइवान की
सरकार का
कहना है
कि द्वीप
की स्थिति
और यूक्रेन
की स्थिति
मौलिक रूप
से भिन्न
है. त्साई
ने यूक्रेन
की स्थिति
के लिए
सहानुभूति व्यक्त की है. हालांकि,
इधर ताइवान
को भी
चीन से
सैन्य खतरे
का सामना
करना पड़
रहा है.
ताइवान लगातार
चीन से
निपटने में
जुटा हुआ
है. ताइवान
की बात
करें, तो
यह एक
गृह युद्ध
के बाद
1949 में मुख्य
चीनी भूभाग
से राजनीतिक
रूप से
अलग हो
गया था.
इसके केवल
15 औपचारिक राजनयिक सहयोगी हैं लेकिन
वो अपने
व्यापार कार्यालयों
के जरिए
अमेरिका और
जापान समेत
सभी प्रमुख
देशों के
साथ अनौपचारिक
संबंध रखता
है. चीन
इस संप्रभु
देश मानने
से इनकार
करता है.
उसका कहना
है कि
वह ताइवान
को अपने
हिस्से में
शामिल कर
लेगा.
हिजाब विवाद पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश के बाद राज्य के एक कॉलेज ने अमृतधारी सिख लड़की को पगड़ी हटाने के लिए कहा है। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने अपने हालिया अंतरिम आदेश में हिजाब विवाद से संबंधित सभी याचिकाओं पर निर्णय होने तक राज्य के सभी छात्रों के कक्षा के भीतर भगवा शॉल, स्कार्फ, हिजाब और किसी भी धार्मिक पहचान को धारण करने पर रोक लगायी है।
वियतनाम ने कोरोना
के मामले
कम होने
की वजह
से 20 देशों
के लिए
हवाई मार्ग
फिर से
खोल दिए
हैं। इन
देशों में
ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया,
सिंगापुर, फ्रांस, जर्मनी, रूस और
अमेरिका शामिल
हैं, लेकिन
भारत समेत
8 रूट अब
भी बंद
हैं।
झारखंड में 10वीं
और 12वीं
क्लास के
बोर्ड एग्जाम
को लेकर
तारीखों की
घोषणा हो
गई है।
ये परीक्षाएं
ऑफलाइन मोड
में 24 मार्च
से शुरू
होंगी। दसवीं
क्लास की
परीक्षाएं 24 मार्च से 20 अप्रैल 2022 तक
आयोजित होंगी
और बारहवीं
कक्षा की
परीक्षाएं 24 मार्च से 25 अप्रैल 2022 तक
आयोजित होंगी।
आईपीएल 2022 का आगाज़
26 मार्च से
मुंबई में।
29 मई को
खेला जाएगा
फाइनल। टूर्नामेंट
की शुरूआत
में करीब
40 प्रतिशत दर्शकों को ही स्टेडियम
में आने
की अनुमति
दी जाएगी।
आईपीएल चेयरमैन
बृजेश पटेल
ने संचालन
परिषद की
बैठक के
बाद कहा
कि, मुंबई
के वानखेड़े
स्टेडियम और
ब्रैबोर्न स्टेडियम के साथ नवी
मुंबई के
डीवाई पाटिल
मैदान और
पुणे के
गाहुंजे स्टेडियम
में 74 मैच
खेले जायेंगे।
लोकल ट्रेन में सफर करने वाले
यात्रियों की जेब पर पड़ेगा 3 गुना बोझरेलवे की तरफ से लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू
कर दिया गया है. गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए जाने वाली लोकल ट्रेन शुरू
कर दी गई हैं. अभी शुरुआती तौर पर दो ट्रेनें संचालित की जा रही हैं, लेकिन इन सबके
बीच रेलवे की तरफ से लोकल ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया गया है.
किसी जमाने में
गांधी-नेहरू
परिवार के
करीबी माने
जाने वाले
अमेठी के
राजा डॉ.
संजय सिंह
ने अपनी
सियासी पारी
कांग्रेस नेता
संजय गांधी
के साथ
शुरू की
थी। आर्टिकल
370 के मुद्दे
पर कांग्रेस
पार्टी की
सदस्यता और
राज्य सभा
से इस्तीफा
देने वाले
डॉ. संजय
सिंह को
अमेठी विधानसभा
सीट से
बीजेपी ने
अपना उम्मीदवार
घोषित किया
है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा
चुनाव में
प्रचार के
विभिन्न तरीके
देखने को
मिल रहे
हैं। संगम
नगरी प्रयागराज
में एक
ऐसा शख्स
प्रचार कर
रहा है
जिसकी तरफ
हर कोई
बरबस ही
आकर्षित हो
रहा है। यह शख्स हैं
सीएम योगी
की तरह
दिखने वाले
दयाशंकर, जो
सात समंदर
पार यानि
अमेरिका से
केवल चुनाव
प्रचार के
लिए भारत
पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ने
गुरुवार को
उत्तर प्रदेश
के प्रयागराज
में
एक चुनावी
जनसभा को
संबोधित करते
हुए समाजवादी
पार्टी पर
जमकर निशाना
साधा। पीएम
मोदी ने
लोगों को
सरकारी नौकरियों
के अपने
वादे के
लिए विपक्षी
दलों को
यह कहते
हुए फटकार
लगाई कि
उन्होंने 10 वर्षों में केवल दो
लाख सरकारी
नौकरियां दीं
( समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज
पार्टी की
सरकारें) जबकि
योगी सरकार
ने पिछले
पांच सालों
में पांच
लाख नौकरियां
दीं।
उत्तर प्रदेश में पीएम नरेंद्र
मोदी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर साधा निशाना, कहा- आज जो घोर परिवारवादी आपके पास
आकर वोट मांग रहे हैं, वो लोग सशक्त और आधुनिक उत्तर प्रदेश का निर्माण नहीं कर सकते।
ये अफवाहवादी हैं, पलायनवादी हैं। कुर्सी ना चली जाए, इसके लिए ये लोग नोएडा और बिजनौर
नहीं जाते। ये लोग घोर अंधविश्वासी हैं।
रूस-यूक्रेन टकराव:
अलीगढ़ के
करीब 50 छात्र
फंसे, अभिभावकों
की बढ़ी
चिंता.
यूपी इलेक्शन:
छठे चरण
में 27 दागी
तो 38 करोड़पति
उम्मीदवार
चुनावी रंग में
दिखा प्रयागराज,
जुलूस और
सभा में
कार्यकर्ताओं ने दिखाया जोश
UP रोडवेज की बसों
में अब
रेलवे की
तर्ज पर
बुकिंग, मोबाइल
नंबर है
काफी
एक बार फिर
टली आनंद
गिरि की
जमानत अर्जी
पर सुनवाई
विधानसभा चुनाव बाद
यूपी में
संगठन विस्तार
करेगी टीएमसी
सिद्धार्थनगर की 5 सीटों
पर मुद्दों
से ज्यादा समीकरणों
का पडला
भारी
यूक्रेन में फंसे
आगरा के
छात्र, बोले-बम ब्लास्ट
हो रहे
हैं, सुपरमार्केट
और एटीएम
पर भारी
भीड़ हैयूक्रेन
में फंसे
आगरा के
छात्र, बोले-बम ब्लास्ट
हो रहे
हैं, सुपरमार्केट
और एटीएम
पर भारी
भीड़ है
समाजवादी पार्टी (सपा)
के सांसद
आजम खान
पर उत्तर
प्रदेश सरकार
ने एक
और कार्रवाई
की है.
योगी सरकार
ने आजम
खान को
मिलने वाली
लोकतंत्र सेनानी
पेंशन पर
रोक लगा
दी है.
यह फैसला
आजम खान
पर दर्ज
आपराधिक मुकदमों
को देखते
हुए लिया
गया है.
शुरू में
पेंशन की
रकम पांच
सौ रुपये
प्रतिमाह थी,
जो अब
बढ़कर 20 हजार
रुपये हो
गई है.
उत्तर प्रदेश में
2022 में होने
वाले विधानसभा
चुनाव के
लक्ष्य को
भेदने के
लिए समाजवादी
पार्टी के
मुखिया अखिलेश
यादव तीन
दिन तक
पूर्वांचल के दौरे पर हैं.
उनका वाराणसी,
जौनपुर तथा
मिर्जापुर का दौरा गुरुवार से
शुरू हो
रहा है.
मुलायम सिंह यादव
की समधन
अंबी बिष्ट
की मुश्किलें
बढ़ींपूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव
की समधन
और लखनऊ
नगर निगम
6 की जोनल
अफसर अम्बी
बिष्ट को
नगर आयुक्त
ने सस्पेंड
करने के
लिए सरकार
से सिफारिश
की है.
दरअसल, बुधवार
को नगर
निगम की
समीक्षा बैठक
के दौरान
अम्बी बिष्ट
और नगर
आयुक्त अजय
द्विवेदी के
बीच कुछ
कहासुनी हो
गई थी.
उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले महीने
पश्चिम बंगाल
का दौरा
करेंगे. वह
2 मार्च को
मालदा में
रैली करेंगे.
प्रियंका गांधी 27 फरवरी
को वाराणसी
दौरे पर
पहुंचेंगीकांग्रेस महासचिव प्रियंका
गांधी आगामी
27 फरवरी को
वाराणसी आ
रही हैं.
इस दौरान
प्रियंका
गांधी संत
शिरोमणि
गुरु रविदास जी
की जन्मस्थली
सीर गोवर्धनपुर
जाएंगी. यहां
प्रियंका
मंदिर
में मत्था टेकेंगी।
प्रियंका
के वाराणसी
आगमन को
लेकर जिला और
महानगर कांग्रेस
कमेटी ने
तैयारियां
शुरू कर
दी हैं.
प्रियंका
गांधी पिछले वर्ष
भी संत
रविदास
जयंती पर
मंदिर
में मत्था टेकने
आ चुकी
हैं.
बीएचयू के छात्रों
ने आमरण
अनशन की
चेतावनी दीबीएचयू
को पूरी
तरह से
खोलने के
लिए तीन
दिनों से
बीएचयू के
मुख्य द्वार
को बंद
कर धरना
प्रदर्शन कर
रहे छात्रों
ने आमरण
अनशन की
चेतावनी दी
है.
वाराणसी में 7 मार्च
को वृहद
गंगा सफाई
अभियान चलेगावाराणसी
में 7 मार्च
को वृहद
गंगा सफाई
अभियान चलेगा.
इस दौरान
1600 वालंटियर लगाए जाएंगे.
पिछले 24 घंटों के
दौरान, जम्मू
कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान मुजफ्फराबाद,
लद्दाख और
हिमाचल प्रदेश
के कुछ
हिस्सों में
हल्की से
मध्यम बारिश
तथा बर्फ़बारी
और एक-दो स्थानों
पर भारी
बर्फ़बारी हुई।
उत्तराखंड में छिटपुट हल्की बारिश
और बर्फ़बारी
हुई। दक्षिण
तमिलनाडु और
केरल के
कुछ हिस्सों
में हल्की
बारिश हुई।
और गंगीय
पश्चिम बंगाल
और अंडमान
और निकोबार
द्वीप समूह
में एक
या दो
जगहों पर
हल्की बारिश
देखी गई।
पंजाब, हरियाणा,
दिल्ली, राजस्थान
के कुछ
हिस्सों और
गुजरात में
न्यूनतम तापमान
में 2 से
3 डिग्री की
गिरावट आई
है। अगले
24 घंटों के
दौरान, पश्चिमी
हिमालय में
आज 24 फरवरी
को हल्की
से मध्यम
बारिश तथा
बर्फ़बारी और
एक-दो
स्थानों पर
भारी बर्फ़बारी
जारी रह
सकती है
और 25 और
26 फरवरी को
कुछ स्थानों
पर बारिश
और बर्फ़बारी
हो सकती
है। पंजाब
के उत्तरी
हिस्सों, उत्तरी
हरियाणा, उत्तर
पश्चिमी उत्तर
प्रदेश और
उत्तरी छत्तीसगढ़,
बिहार, झारखंड
और पश्चिम
बंगाल में
कहीं-कहीं
हल्की बारिश
हो सकती
है। सिक्किम,
असम के
कुछ हिस्सों,
अरुणाचल प्रदेश
और नागालैंड
में हल्की
बारिश के
साथ एक
दो स्थानों
पर मध्यम
बारिश संभव
है। दक्षिण
तमिलनाडु, केरल और अंडमान और
निकोबार द्वीप
समूह के
दक्षिणी हिस्सों
में एक-दो स्थानों
पर हल्की
बारिश संभव
है।
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