सूडान में पिछले 9 दिनों से हिंसा, भारतीयों को वापस लाने तैयारी

 

असम: आंधी-तूफान के बाद दो लोगों की मौत, 41 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित

बिहार: लोजपा नेता ने बीजेपी के कार्यक्रम में राजनाथ सिंह पर की अभद्र टिप्पणी, मचा हंगामा

महाराष्ट्र में कोरोना के 545 केस, 2 मरीजों की मौत

पुंछ हमला: करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया, आतंकियों की तलाश जारी

कई कोशिशों के बाद हुआ था उमेश पाल का मर्डर, दहशत कायम रखना चाहता था अतीक

पाकिस्तान में सेना जमाएगी सत्ता पर कब्जा? पूर्व पीएम अब्बासी ने बताए कारण

सुपरकिंग्स के रनों के पहाड़ में दबे नाइटराइडर्स, टॉप पर पहुंची धोनी की चेन्नई

भारत ने चीन से कहा, डेमचोक और देपसांग मुद्दों को जल्द सुलझाएं

सूडान से भारतीयों को निकालने की पूरी तैयारी, सैन्य विमान और नौसेना जहाज तैनात

कूनो में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए एक चीते की मौत, 1 महीने में दूसरा मामला

पीएम मोदी मध्यप्रदेश के दौरे पर

कूनो में एक और चीते की मौत, ‘साशाके बादउदयकी गई जान

यूक्रेन ने पूर्वी हिस्से में मोर्चा जमाया, रूसी सेना को देंगे मुंहतोड़ जवाब

माली समाज से मुश्किल में गहलोत सरकार, प्रदर्शन के बीच भरतपुर में इंटरनेट ठप

पूर्वोत्तर में IMD का 'येलो' अलर्ट, असम सहित 6 राज्यों में बारिश की चेतावनी

शइस्ता परवीन पर आया BSP विधायक उमाशंकर सिंह का बयान, बोले- वो अब भी हमारी पार्टी की सदस्य

संजय राउत का बड़ा दावा: 15-20 दिनों में गिर जाएगी महाराष्ट्र की शिंदे सरकार

कोई NCP को तोड़ने की कोशिश करेगा तो कड़ा रुख अपनाएंगे: शरद पवार

बिहार CM नीतीश कुमार आज ममता बनर्जी और अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे.

अमृतपाल गिरफ्तार, समलैंगिक शादी हानिकारक, सूडान से भारतीयों की निकासी, PAK में होगा तख्तापलट!

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक बार फिर जंतर-मंतर पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक जैसे दिग्गज पहलवान धरना देने दे रहे हैं. चीन के साथ रविवार को 18वें दौर की कमांडर लेवल वार्ता हुई. उधर, बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक शादी पर चल रही सुनवाई को लेकर चिंता जताई है और एक प्रस्ताव पारित किया है. सूडान से भारतीयों को वापस लाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. जेद्दाह में एयर फोर्स के दो विमानों को स्टैंडबाय पर रखा गया है.

उद्धव गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में 15-20 दिन में शिंदे-फडणवीस सरकार गिर जाएगी. उधर, देश में रविवार को कोरोना के 10 हजार से अधिक नए मामले सामने आए. इसी के साथ देश में सक्रिय मामले की संख्या 67 हजार के पार चली गई है. वहीं, पाकिस्तान में एक बार फिर तख्तापलट की तैयारी हो रही है. गलवान हिंसा के बाद चीनी रक्षा मंत्री पहली बार भारत आएंगे. असम में बारिश-तूफान ने तबाही मचा दी है. दो लोगों की मौतो हो गई है जबकि 144 गांवों के 41400 लोग इससे प्रभावित हुए हैं.

खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब की मोगा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वह पिछले 36 दिनों से फरार चल रहा था. वह बार बार पुलिक को चकमा देकर भाग जाता था. गिरफ्तारी के बाद उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया है. उसके ऊपर एनएसए सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. अजनाला कांड के बाद वह पहली बार चर्चा में आया था.

बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक शादी पर चल रही सुनवाई को लेकर चिंता जताई है और एक प्रस्ताव पारित किया है. बार काउंसिल ने कहा है कि समलैंगिक विवाद हानिकारक साबित हो सकता है. देश में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यों की संविधान पीठ कर रही है.

अफ्रीकी देश सूडान में पिछले 9 दिनों से हिंसा हो रही है. वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जेद्दाह में एयर फोर्स के दो विमान तैनात कर दिए गए हैं. भारत सरकार सूडान में फंसे नागरिकों को वापस लाने के लिए कई देशों के संपर्क में है. इंडियन एयर फोर्स के दो C-130J विमानों को स्टैंडबाय पर रखा गया है और इनकी तैनाती जेद्दाह में कर दी गई है.

राजधानी खार्तूम में रणनीतिक लिहाज से अहम लगभग सभी जगहों पर झडपें हो रही हैं.दोनों पक्षों ने सूडान की राजधानी खार्तूम के अलग-अलग हिस्सों पर नियंत्रण स्थापित करने का दावा किया है.इस संघर्ष में अब तक 100 नागरिकों के मरने और क़रीब 1,100 के घायल होने का अनुमान है. ताजा जानकारी के मुताबिक़, ये संघर्ष अब देश के अलग-अलग इलाकों में फैल रहा है.दशकों के गृहयुद्ध के बाद 2011 में दक्षिण सूडान के अलग होने तक सूडान, क्षेत्रफल के लिहाज से अफ्रीका का सबसे बड़ा देश था.अफ्रीका के उत्तर-पूर्व में स्थित इस देश की सीमाएं सात देशों से लगती है.इसके उत्तर में शक्तिशाली देश मिस्र है, जबकि पूर्व में इरिट्रिया और इथियोपिया है. देश के अंतरराष्ट्रीय कारोबार के लिहाज से काफ़ी अहम लाल सागर इसके उत्तर-पूर्व में स्थित है. दक्षिण में दक्षिण सूडान स्थित है, जबकि चाड और लीबिया इसके पश्चिम में मौजूद है.सूडान में नागरिक सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने की माँग को लेकर 2021 से ही संघर्ष चल रहा है. मुख्य विवाद सेना और अर्धसैनिक बल 'आरएसएफ' के विलय को लेकर है.ताज़ा हिंसा कई दिनों के तनाव के बाद हुई. आरएसएफ के जवानों को अपने लिए ख़तरा मानते हुए सेना ने पिछले सप्ताह इनकी तैनाती को बदलते हुए नई व्यवस्था शुरू की. इसे लेकर आरएसएफ के जवानों में नाराज़गी थी. कुछ उम्मीद थी कि बातचीत से समस्या का हल निकल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.अक्तूबर 2021 में नागरिकों और सेना की संयुक्त सरकार के तख्तापलट के बाद से ही सेना और अर्धसैनिक बल आमने-सामने हैं.फ़िलहाल सॉवरेन काउंसिल के ज़रिए देश को सेना और आरएसएफ चला रहे हैं. लेकिन सरकार की असली कमान सेना प्रमुख जनरल अब्देल फतेह अल बुरहान के हाथों में है. वे एक तरह से देश के राष्ट्रपति हैं.सॉवरेन काउंसिल के डिप्टी और आरएसएफ़ प्रमुख मोहम्मद हमदान दगालो यानी हेमेदती देश के दूसरे नंबर के नेता हैं.क़रीब एक लाख की तादाद वाली रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स के सेना में विलय के बाद बनने वाली नई सेना का नेतृत्व कौन करेगा, इस पर सहमति नहीं बन पा रही है.आरएसएफ़ प्रमुख का कहना है कि सेना के सभी ठिकानों पर कब्ज़ा होने तक उनकी लड़ाई चलती रहेगी. वहीं सेना ने बातचीत की किसी संभावना को नकारते हुए कहा है कि अर्धसैनिक बल आरएसएफ़ के भंग होने तक उनकी कार्रवाई जारी रहेगी.हालांकि जनरल बुरहान ने पहले कहा था कि प्रस्तावित नागरिक सरकार में एकीकृत सेना का नेतृत्व कौन करेगा, इस विवाद को सुलझाने के लिए वे अपने डिप्टी यानी जनरल हेमेदती से बात करने को तैयार हैं.भले ही यह संघर्ष देश के रणनीतिक ठिकानों के आसपास होता दिख रहा है, लेकिन यह लड़ाई मुख्यतः शहरी क्षेत्रों तक ही सिमटी है. ऐसे में आम लोग अनजाने में इस लड़ाई के शिकार बन गए.अभी तक ये साफ नहीं है कि आरएसएफ के ठिकाने कहां हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उनके लड़ाके घनी आबादी वाले इलाकों में चले गए हैं.सूडान की वायु सेना ने 60 लाख से अधिक आबादी वाले खार्तूम में हवाई हमले किए हैं, जिसमें नागरिकों के हताहत होने की आशंका है.हालांकि इस लड़ाई से लोगों को राहत देने के लिए रविवार को दोनों पक्षों के बीच तीन घंटे का एक अल्प युद्धविराम लागू किया गया था.आरएसएफ का गठन 2013 में हुआ था. सेना से अलग इतने मजबूत सुरक्षा बल का होना, सूडान की अस्थिरता की वजह माना जाता रहा है. इसकी उत्पत्ति कुख्यात 'जंजावीद' विद्रोही संगठन के रूप में हुई थी.इसने दारफुर में विद्रोहियों के खि़लाफ़ क्रूरता से लड़ाई लड़ी थी. उस दौरान इन पर बड़े पैमाने पर नृजातीय हिंसा करने का आरोप लगा था.जनरल दगालो ने तब से अब तक एक शक्तिशाली सुरक्षा संगठन तैयार कर लिया है. इसने यमन और लीबिया के संघर्षों में भी दख़ल दिया.सूडान में सोने की कई खान नियंत्रित करने के साथ उन्होंने अच्छा ख़ासा आर्थिक साम्राज्य भी बना लिया है.आरएसएफ पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगता रहा है. इस बल पर जून 2019 में 120 से अधिक प्रदर्शनकारियों को मारने का आरोप लगा था.सूडान के लगभग तीन दशक तक राष्ट्रपति रहे उमर अल-बशीर को हटाने के लिए 2019 में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए.इन विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए सेना ने उनका तख्तापलट कर दिया. लेकिन उसके बाद लोकतंत्र बहाली के लिए नागरिकों ने अपना अभियान जारी रखा.हालांकि इस मकसद के लिए सेना और नागरिकों की एक संयुक्त सरकार की स्थापना तब की गई थी. लेकिन अक्तूबर 2021 में एक और तख्तापलट के बाद इसे ख़त्म कर दिया गया.जनरल बुरहान और जनरल दगालो के बीच की प्रतिद्वंद्विता उसके बाद से और तेज़ हो गई.नागरिक शासन की बहाली के लिए दिसंबर 2022 में एक समझौते के मसौदे पर सहमति बनी थी, लेकिन अंतिम तौर पर वो बातचीत विफल हो गई.सूडान के दूसरे नंबर के नेता और आरएसएफ़ प्रमुख मोहम्मद हमदान डगालो सेना के सामने झुकने को तैयार नहीं है.जनरल दगालो का कहना है कि 2021 का तख्तापलट एक ग़लती थी. वे खुद और आरएसएफ, दोनों को देश के कुलीन वर्ग के खिलाफ और आम लोगों के पक्ष में दिखाने की कोशिश करते रहे हैं.हालांकि आरएसएफ के ख़राब ट्रैक रिकाॅर्ड को देखते हुए उनके दावों पर यकीन कर पाना मुश्किल लगता है.

देश में कोरोना एक बार फिर लोगों को डरा रहा है. देशभर में भले ही नए मामलों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है लेकिन कुछ राज्यों की स्थिति बनी हुई है. पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 10112 नए मामले सामने आए. इसके बाद देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 67806 हो गई है. शनिवार को कोरोना के 12193 नए मामले सामने आए थे जबकि 42 लोगों की मौत हो गई थी.

पाकिस्तान इस वक्त नाजुक स्थिति से गुजर रहा है. पड़ोसी देश के हालात इतने बदत्तर हो गए हैं कि अब वहां सेना कभी भी तख्तापलट कर सकती है. यह दावा किसी और ने नहीं बल्कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने किया है. उन्होंने कहा कि जब भी पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति खराब हुईं, तब तख्तापलट हुआ. इस बार भी ऐसी ही संभावना बन रही है.

अगले हफ्ते दिल्ली में एससीओ देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक है. चीन ने तो साफ कर दिया है कि वो इस मीटिंग में हिस्सा लेगा मगर पाकिस्तान ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले. गलवान हिंसा के बाद पहली बार चीन के डिफेंस मिनिस्टर भारत रहे हैं. ये मीटिंग 27 और 28 अप्रैल को होगी. इस मीटिंग की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.

असम में बारिश और तूफान ने शनिवार को भयंकर तबाही मचाई. इस भीषण तूफान ने कई कच्चे और पक्के घरों को तबाह कर दिया. सैकड़ों गांवों के हजारों लोग इससे प्रभावित हुए हैं. दो लोगों की मौत हुई है जबकि 144 गांवों के 41400 से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं. कई जगहों पर ओले भी गिरे हैं. पांच गायों की मौत हो गई है. खबर

कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने रविवार को कहा कि सीपीआई जल्द ही अन्य सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. 7 सीटों पर प्रतिस्पर्धा होगी, लेकिन अन्य 215 विधानसभा सीटों पर सीपीआई कांग्रेस उम्मीदवारों का समर्थन करेगी. बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को चुनाव है और 13 मई को वोटों की गिनती होगी.

यूथ कांग्रेस के चीफ श्रीनिवास बीवी के मामले में कांग्रेस और असम के सीएम सरमा के बीच वार पलटवार चल रहा है. सुरजेवाला के बयान के बाद अब सीएम सरमा ने ट्वीट कर कांग्रेस पर तंज कसा है. सीएम सरमा ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा करें, मुझे कोसे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण की कमी है. इसके लिए मुझे कोसना गलत है

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टोकरंसी को रेगुलेट करने के लिए वैश्विक सहमति जरूरी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कि भारत इस पर कोई कदम उठाए, एक वैश्विक टेम्पलेट बनाना पड़ सकता है और सभी को इस पर मिलकर काम करना होगा। ऐसा नहीं करने की सूरत में क्रिप्टो का रेगुलेशन प्रभावी नहीं होगा।

एक हफ्ते में दूसरी बार कर्नाटक पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी। राहुल बागलकोट जिले में बसवा जयंती समारोह में हिस्सा लेंगे। साथ ही विजयपुरा में शाम को रोड शो भी करेंगे। विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद राहुल का हफ्तेभर में यह दूसरा कर्नाटक दौरा है। इससे पहले कांग्रेस नेता 16 अप्रैल कोजय भारतकार्यक्रम में शामिल होने कर्नाटक गए थे।

सुप्रीम कोर्ट के पांच जज कोरोना वायरस की चपेट में। इनमें जस्टिस एस रवींद्र भट भी शामिल हैं, जो सेम सेक्स मैरिज पर सुनवाई कर रहे जजों में से एक हैं। पहले इस मामले की सुनवाई 24 अप्रैल को होनी थी, लेकिन अब सुनवाई टाल दी गई है। अभी सुनवाई की नई तारीख भी नहीं तय की गई है।

ट्विटर ने उन लोगों के ब्लू वेरिफिकेशन बैज लौटा दिए, जिनके 10 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। ये दावा कुछ रिपोर्ट में किया गया है। दो दिन पहले ट्विटर ने उन सभी के ब्लू टिक हटा दिए थेस जिन्होंने ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन नहीं लिया है। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि यूजर्स को ब्लू बैज वापस मिलना कोई ग्लिच है या नहीं।

केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा- कलीजियम मुद्दा बस एक माइंडगेम है और वह इस बारे में बात नहीं करेंगे। किरेन रिजिजू से सुप्रीम कोर्ट कलीजियम की सिफारिशों के लंबित रहने को लेकर सवाल किया गया था, जिस पर किरेन रिजिजू ने यह जवाब दिया। एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जजों की नियुक्ति पर तब तक विवाद रहेगा, जब तक कलीजियम सिस्टम रहेगा।

अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की रार अब खुलकर सामने आने लगी है. लग रहा है कि अपने ही पार्टी के लिए मुसीबत बन जाएंगे. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के साथ वरिष्ठ समाजवादी नेताओं पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया है, जिसके चलते कई पार्षद प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय में पिछले 3 दिनों से धरने पर बैठे हैं.उनका कहना है कि वह एक-एक और दो-दो बार के पार्षद हैं, लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी की जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर और पूर्व विधायक प्रत्याशी अज्जू इशहाक अपने चहेतों को टिकट दे रहे हैं. इससे आने वाले समय में पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. वह अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन करते रहेंगे. समाजवादी पार्टी के पूर्व पार्षद निवर्तमान महानगर अध्यक्ष यामीन अब्बासी ने जानकरी देते हुए बताया कि मैंने अपनी पत्नी पूर्व पार्षद जीनत बेगम के लिए वार्ड नंबर 85 से पार्षद के लिए आवेदन किया था. टिकट के आवेदन की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई थी, लेकिन हमारे शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बावजूद भी अज्जू इशहाक जो कोल विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी हैं उन्होंने इन सभी वार्डों को डिस्ट्रीब्यूट कर रखा है. उन्होंने सभी बड़ों को अपने कब्जे में ले रखा है.चाहे 4 बार के पार्षद अब्दुल हमीद अंसारी हो, दो बार के पार्षद नईम अख्तर हो, दो बार के पार्षद चांद मियां हो,चाहे आमिर चौधरी हो चाहे अफजाल हामिद वाला वार्ड हो चाहे गुफरान किदमानी बाला वार्ड हो सभी उन्होंने सभी को अपने कब्जे में ले रखे है, चांद मियां पिछले 25 साल से समाजवादी पार्टी में सक्रिय तौर पर भूमिका निभा रहे हैं लेकिन उन्हें एक भी बार मौका नहीं दिया जा रहा है. सानमिया का 70 नंबर वार्ड है और जिस व्यक्ति को टिकट दिया गया है वहां का रहने वाला नहीं है, दूसरी जगह का रहने वाला है.ऐसे लोगों को टिकट दिया जा रहा है जिन लोगों का पार्टी से कोई लेना देना नहीं है, इतना ही नहीं टिकटों के दाम पर पैसा लिया जा रहा है. पार्टी के नाम पर दलाली की जा रही है और जो लोग पैसे दे रहे हैं नए लोग इन्हें पैसे दे रहे हैं, उन लोगों को यह टिकट दे रहे हैं और पुराना कार्यकर्ता पैसा क्यों देगा इसीलिए यह इन्हें टिकट नहीं दे रहे. समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर आधा दर्जन से अधिक दो या फिर तीन बार के पार्षद इस बार टिकट पाने के लिए पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं.उनका कहना है कि पार्टी की नई जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर और उनके कुछ खास सहयोगी पुराने लोग, पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर नए लोगों को पैसे लेकर टिकट दे रहे हैं. लेकिन हम यह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसा नहीं होने देंगे. अगर हमारी बात नहीं मानी गई तो हम इस बात को लेकर लखनऊ जाएंगे और शीर्ष नेतृत्व को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराएंगे. क्योंकि हमने अपना आधा जीवन पार्टी को समर्पित किया है और हम पार्टी के लिए ही समर्पित हैं. लेकिन पार्टी के कुछ लोग इस समय पार्टी को बदनाम करना चाहते हैं और इलेक्शन के नाम पर पैसा कमा कर अपनी जेब भरना चाहते हैं.वहीं जब पूरे प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी की जिला अध्यक्ष लक्ष्मी धनगर से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह सब परिवार के लोग हैं और इन्हें समझाने का काम किया जा रहा है. हर बार किसी भी एक व्यक्ति को टिकट नहीं मिलता नए व्यक्तियों को भी मौका दिया जाता है. इसलिए पुराने व्यक्ति थोड़ा बहुत नाराज हो जाते हैं. लेकिन नाराजगी की कोई बात नहीं है और यह सब परिवार के लोग हैं. बैठकर बात की जाएगी और सभी को समझाने का काम किया जाएगा.

पिछले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, झारखंड, छत्तीसगढ़, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, विदर्भ, तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई।जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, तटीय आंध्र प्रदेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, शेष पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।देश में लू का कोई प्रकोप नहीं था।अगले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।पूर्वोत्तर भारत और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो तेज़ बारिश संभव है।झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।देश भर में कम से कम अगले 4 से 5 दिनों तक लू चलने की संभावना नहीं है।



Assam youth wing chief expelled from Congress for 6 years for anti-party activities

Some people are pursuing politics of hate, trying to divide the country: Mamata

India committed to furthering sustainable development: PM Modi

Poonch attack: Cordon-and-search operation enters day 2, top officials visit site

Ajit Pawar capable of becoming Maha CM, says Sanjay Raut

Police probe threat letter ahead of PM Modi's visit to Kerala

PSLV-C55 successfully launches 2 Singapore satellites into orbit

Ex-J&K governor Satya Pal Malik not detained, came to police station on his own: Delhi Police

Rahul Gandhi vacates official bungalow, Cong says he resides in people's hearts, homes

It's the last phase of my career: MS Dhoni

momentum against visiting Punjab Kings

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पेंशनरों की विशाल सभा

विश्व रजक महासंघ का आयोजन

जातीय गणना के आंकड़े जारी