चीन से developing countries का दर्जा छीनॉ

 

चक्रवात बिपरजॉय: गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ हुई भीषण बारिश.

देश में थोक महंगाई दर मई में घटकर 3.48% पर गई है

दक्षिणी ग्रीस में प्रवासियों से भरी नाव समुद्र में डूबी, 79 लोगों की मौत, 104 को बचाया गया

चक्रवात बिपरजॉय: पाकिस्तान में 66 हजार लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए

वॉशिंगटन: यूएस कैपिटल हिल में पहली बार आयोजित किया गया हिंदू-अमेरिकी शिखर सम्मेलन

UP: कुशीनगर में देर रात घर में लगी आग, एक ही परिवार के 5 बच्चों सहित 6 लोगों की जलकर मौत

दिल्ली: AAP सरकार में मंत्री आतिशी आज कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में देंगी भाषण

हैदराबाद में आज से जी-20 की बैठक

वाराणसी में आज से वाटर टैक्सी सर्विस होगी शुरू

भाजपा नेता बंदी संजय कुमार का दावा- BRS के 25 विधायक हमारे संपर्क

राहुल गांधी, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को समन, बीजेपी ने दाखिल किया है मानहानि का केस

आंध्र प्रदेश: बोंडापल्ली मंडल में हाइवे पर भीषण हादसा, एक की मौत, कई घायल.

आज गुजरात तट से टकराएगा बिपरजॉय.

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर मई में अवस्फीति के क्षेत्र में चली गई है और यह 36 माह के निचले स्तर पर है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मई में थोक महंगाई -3.48 प्रतिशत रही, जो अप्रैल में -0.92 प्रतिशत पर थी।वित्त वर्ष 24 में लगातार दूसरे महीने थोक महंगाई ऋणात्मक रही है, जिसकी प्रमुख वजह पिछले साल का उच्च आधार और खनिज तेल, मूल धातुओं, खाद्य उत्पादों, टेक्सटाइल्स, गैर खाद्य वस्तुओं, रासायनिक उत्पादों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की कीमतों में गिरावट है।मई 2022 में थोक महंगाई दर 16.63 प्रतिशत थी। इसके पहले यह मई 2020 में -3.37 प्रतिशत थी। आंकड़ों से पता चलता है कि विनिर्मित वस्तुओं (-2.97 प्रतिशत) में मई में और संकुचन आया है, जो अप्रैल में -2.47 प्रतिशत था। बेवरिज, अपैरल, सीमेंट और खनिज उत्पादों के दाम में गिरावट के कारण ऐसा हुआ है।वहीं दूसरी तरफ रसायन (-4.63 प्रतिशत), टेक्सटाइल (-8.28 प्रतिशत), विनिर्मित खाद्य उत्पाद (-6.85 प्रतिशत), वसा (-29.54 प्रतिशत, मूल धातुओं (-9.8 प्रतिशत), कागज उत्पाद (-6.33 प्रतिशत) और रबर उत्पाद (-3.03 प्रतिशत) की कीमत में एक साल पहले की तुलना में मई में संकुचन आया है।केयर रेटिंग्स में मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने कहा कि थोक मूल्य में मई महीने में लगातार संकुचन जारी रहने की मुख्य वजह शिपिंग उत्पादों का अवस्फीति की स्थिति में जाना है। उन्होंने कहा, ‘ईंधन और बिजली की श्रेणी में तेज गिरावट की वजह से संकुचन आया है। खनिज तेज के दाम गिरे हैं और जिंसों के वैश्विक दाम कम होने की वजह से कुल मिलाकर विनिर्मित वस्तुओं के दाम कम हुए हैं। ईंधन और बिजली की कीमतों में अप्रैल में तेज गिरावट आई है और यह अप्रैल के 0.93 प्रतिशत की तुलना में -9.17 प्रतिशत पर पहुंच गया है। एलपीजी (-24.35 प्रतिशत), पेट्रोल (9.45 प्रतिशत) और हाईस्पीड डीजल (-17.03 प्रतिशत) की वजह से ऐसा हुआ है।हालांकि विनिर्मित खाद्य वस्तुओं के अलावा खाद्य उत्पादों में की कीमत में गिरावट आई है और अप्रैल के 3.54 प्रतिशत की तुलना में यह 1.51 प्रतिशत पर गई है। वहीं तमाम वस्तुओं जैसे धान (7.33 प्रतिशत), मोटे अनाज (6.89 प्रतिशत), गेहूं (6.15 प्रतिशत), दूध (6.83 प्रतिशत) और दालों (5.76 प्रतिशत) की कीमत बढ़ी हुई बनी है।वहीं दूसरी तरफ सब्जियों (-20.12 प्रतिशत), प्याज (-7.25 प्रतिशत) और आलू (-18.71 प्रतिशत) की कीमत एक साल पहले की तुलना में मई में कम हुई है। एसोचैम के सेक्रेटरी जनरल दीपक सूद ने कहा कि ज्यादातर वस्तुओं की कीमत कम हो रही है, लेकिन थोक महंगाई और खुदरा महंगाई दर में अंतर बना हुआ है।अरब सागर में बना तूफान बिपरजॉय गुरुवार को गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र की तरफ मुड़ेगा और शाम तक जखाऊ पोर्ट के पास तट से टकरा सकता है। टकराने से पहले यह थोड़ा और कमजोर हो सकता है लेकिन इसमें तबाही मचाने की क्षमता बनी हुई है। wइस बीच गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में बुधवार को तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भी कई जगह भारी बारिश और 125 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। हवाएं 145 किमी/घंटे तक पहुंच सकती हैं। गुजरात में तटीय इलाकों से 50 हजार से अधिक लोगों को अस्थाई शेल्टरों में भेजा गया है। गुजरात के तटों से 10 किमी तक गांवों को खाली करवाया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ बचाव के काम में लगी हैं। बीएसएफ ने कहा कि वे तैयार हैं। रेलवे ने एहतियातन 76 ट्रेनों को कैंसल कर दिया है।यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के मुद्दे पर लॉ कमिशन ने एक बार फिर कंसल्टेशन पेपर जारी करने का फैसला किया है। कमिशन ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर पब्लिक और धार्मिक संस्थानों से राय मांगी है। कमिशन ने 2018 में भी एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था और फैमिली लॉ में सुधार के लिए लोगों से राय मांगी थी। कर्नाटक हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रितु राय अवस्थी के अगुवाई वाले लॉ कमिशन ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के लिए दोबारा से राय मांगने का फैसला इसलिए किया है क्योंकि पिछला कंसल्टेशन पेपर तीन साल से ज्यादा वक्त पहले जारी हुआ था।

मणिपुर के मैतेई बहुल कांगपोकी जिले में मंगलवार रात हुए हमले में नौ लोगों की जान चली गई। 10 लोग घायल हुए हैं। तीन लापता भी हैं। पुलिस ने बताया कि रात करीब 1 बजे खामेलोक गांव और इंफाल पूर्वी जिले में हमला किया गया। हमलावर मॉडर्न हथियारों से लैस थे। मारे गए सभी लोग खामेलोक गांव के हैं। इस बीच इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील के समय को कम किया। मणिपुर के 16 जिलों में से 11 में अब भी कर्फ्यू लगा है। पूरे राज्य में इंटरनेट बंद है। शांति बहाल करने के लिए सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। जातीय हिंसा में अभी तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

ED ने तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया। सुप्रीम कोर्ट ने कथितनौकरी के बदले कैशघोटाला मामले में पुलिस और ED को बालाजी के खिलाफ जांच की इजाजत दी थी, जिसके कुछ महीने बाद यह कार्रवाई की गई। गिरफ्तारी से पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्टालिन ने वहां उनसे मुलाकात की। अदालत ने बालाजी को 28 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

देश में पहली बार एक ही दिन में पांच वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत होगी। पीएम मोदी 26 जून को इन्हें हरी झंडी दिखाएंगे। जिन पांच रूटों पर वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की जाएगी, उनमें मुंबई-गोवा, बेंगलुरु-हुबली, पटना-रांची, भोपाल-इंदौर और भोपाल-जबलपुर शामिल हैं।

अमेरिकी संसद ने चीन से डेवलपिंग कंट्री का दर्जा छीन लिया है। इसके लिए US सीनेट में नया कानून बनाया गया। अमेरिका के इस कदम से चीन की इकोनॉमी को भारी नुकसान होगा। अब उसे वर्ल्ड बैंक से कम ब्याज पर लोन नहीं मिल सकेगा। अमेरिका ने कहा कि चीन अब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। उसके पास बड़ी और ताकतवर फौज है। इसी वजह से उसे वो सुविधाएं नहीं दी जा सकतीं, जो एक डेवलपिंग कंट्री को मिलती हैं।

अमेरिकी संसद ने चीन को इकोनॉमिक फ्रंट पर तगड़ा झटका दिया है। मंगलवार को US सीनेट ने एक नए कानून को मंजूरी दी। इसके मुताबिक चीन को अब अमेरिका किसी भी सूरत में विकासशील देश (डेवलपिंग कंट्री) का दर्जा नहीं देगा।अमेरिका के इस कदम का चीन की इकोनॉमी पर जबरदस्त असर पड़ेगा। वर्ल्ड बैंक और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से उसे अब आसानी से और कम ब्याज पर लोन नहीं मिल सकेगा। चीन डेवलपिंग कंट्री स्टेटस की वजह से खुद तो आसान और सस्ता कर्ज लेता था, लेकिन गरीब देशों को कठोर शर्तों पर लोन देकर उन्हें कर्ज के जाल में फंसा लेता था।मार्च में पहली बार अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (जैसे हमारे यहां लोकसभा) में एक बिल लाया गया। इसकी खास बात यह थी कि इसका मकसद सिर्फ चीन पर लगाम कसना था।बहरहाल, हुआ ये कि जब इस बिल पर वोटिंग हुई तो तमाम 415 सांसदों ने इस बिल (चाइना इज नॉट डेवलपिंग कंट्री एक्ट) के फेवर में वोट दिया। एक भी सांसद ने इसका विरोध नहीं किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक 9/11 हमले के बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब हर सांसद एक बिल के फेवर में था।अब सीनेट (जैसे हमारे यहां राज्यसभा) ने भी बिना किसी फेरबदल के इस बिल पर मुहर लगा दी। जाहिर है डेमोक्रेट्स हों या अपोजिशन में बैठे रिपब्लिकन्स, दोनों ही चीन को सबक सिखाने के मूड में थे। चूंकि संसद में बिल पर एकराय है, लिहाजा प्रेसिडेंट जो बाइडेन भी फौरन मंजूरी दे देंगे।अमेरिकी सीनेट में फॉरेन रिलेशन कमेटी होती है। इसकी पहल पर ही चीन का डेवलपिंग कंट्री स्टेटस छीना गया है। फ्यूचर में अमेरिकी सरकार या उसकी फंडिंग हासिल करने वाला कोई भी इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन चीन को इकोनॉमी या टेक्नोलॉजी फ्रंट पर रियायत नहीं देगा।इस बिल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन करेंगे। ये ब्लिंकन ही थे, जिन्होंने संसद में कहा था कि चीन अब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी और विकसित देश (डेवलप्ड कंट्री) है। लिहाजा, उसके स्टेटस में बदलाव जरूरी है।संसद ने माना कि चीन को अब सुविधाएं और राहत नहीं दी जा सकतीं, जो एक डेवलपिंग कंट्री को मिलती हैं। वो दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। उसके पास बड़ी और ताकतवर फौज है। इसके अलावा उसने दुनिया के कई हिस्सों में अरबों डॉलर के इन्वेस्टमेंट किए हैं। बिल के मुताबिक ये शीशे की तरह साफ है कि चीन डेवलपिंग कंट्री स्टेटस का नाजायज फायदा उठा रहा है।चीन खुद को सैन्य ताकत के रूप में दिखाना चाहता है, लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि वो अब भी अमेरिका से बहुत पीछे है। बिल की एक बात जानना जरूरी है। इसमें कहा गया है- चीन ने अमेरिका और दुनिया की आंखों में धूल झोंकी है। उसने डेवलपिंग कंट्री स्टेटस का नाजायज फायदा उठाया। हम उसे डेवलपमेंट असिस्टेंस यानी विकास के लिए मदद देते रहे, बेहद सस्ता लोन देते और दिलाते रहे और वो अमेरिका को ही चैलेंज करता रहा।चीन ने जो सस्ता कर्ज हासिल किया, उसका इस्तेमालबेल्ट एंड रोड इनिशिएटिवमें किया गया। सस्ता कर्ज लेकर उसने इसे गरीब देशों को महंगी ब्याज दरों पर दिया। इसका नुकसान ये हुआ कि गरीब और विकासशील देश चीन के कर्ज जाल में फंसते चले गए। अब वो इन देशों की जमीन और संस्थानों पर कब्जा कर रहा है।बिल के मुताबिक हैरानी की बात ये है कि UN जैसा दुनिया का सबसे बड़ा संस्थान भी चीन को डेवलपिंग कंट्री ही मानता है। गरीब देशों को इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन्स से मदद में जो तरजीह मिलती है, वो चीन भी हासिल करता है। उसे सस्ता लोन मिलता है, वर्ल्ड मार्केट में आसान एक्सेस मिलता है, टेक्निकल असिस्टेंस मिलती है। वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) और वर्ल्ड बैंक जैसे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस उसकी मदद करते हैं। अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट के अफसर पैट्रिक क्रोनिन ने अप्रैल मेंअल जजीराचैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था- चीन बेहद शातिर है। उसने डेवलपिंग कंट्री स्टेटस का फायदा उठाया और इसके जरिए दुनिया के इकोनॉमिक स्ट्रक्चर को तबाह कर दिया। गरीब देशों को कर्ज जाल में फंसा लिया।हडसन इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर रिक जॉय कहते हैं- शी जिनपिंग और उनकी सरकार को लगता है कि दुनिया उनकी हरकतों को समझ नहीं पा रही है। ये उनकी सबसे बड़ी गलतफहमी है और यही उनके लिए तबाही का सबब बनेगी। इंडो-पैसिफिक में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया उसका रास्ता रोक देंगे और वह इन चार देशों से जंग करने के बारे में सोच भी नहीं सकता।सिंगापुर बेस्ड वर्ल्ड व्यू फोरम के एक्सपर्ट डॉक्टर शिन थियान ने कहा- चीन का डेवलपिंग कंट्री स्टेटस छीने जाने का मतलब साफ है कि अमेरिका अब चीन को और बर्दाश्त नहीं करेगा। आप देखेंगे कि अब चीन के कई प्रोजेक्ट्स पर अमेरिका और उसके सहयोगी देश किस तरह लगाम कसते हैं और चीन इनका कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा। सच्चाई ये है कि दुनिया आज भी डॉलर से चल रही है और चीन इसे रोक नहीं सकता।

छ्त्तीसगढ़ में सभी सरकारी और निजी स्कूल 26 जून तक बंद रहेंगे। भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बाघेल ने आज यह फैसला लिया। पहले छत्तीसगढ़ में 15 जून तक ही छुट्टियों का ऐलान किया गया था, मगर कई ज़िलों में गर्म हवाएं और लू चल रही है। 16 जून से स्कूल खुलने पर बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता था। इसलिए, छत्तीसगढ़ में अब गर्मी की छुट्टियों को 26 जून तक बढ़ा दिया गया है।

हरियाणा के सोनीपत से गुजरकर दिल्ली आने वाली मुनक नहर बुधवार को टूट गई। अब दिल्ली को हरियाणा के रास्ते मिलने वाले पानी की आपूर्ति का संकट गहरा गया है। नहर को दोबारा से ठीक करवाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई।

.दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में अंडरग्रैजुएट कोर्सों में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। DU में एडमिशन के लिए CUET, कॉमन सीट अलॉकेशन सिस्टम 2023 में रजिस्ट्रेशन जरूरी है। हालांकि, अगर किसी स्टूडेंट ने CUET में डीयू नहीं भरा है तो वो भी रजिस्टर कर सकता है। CUET रिजल्ट के बाद जुलाई में एडमिशन होंगे। स्टूडेंट्स admission.uod.ac.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

डीयू, एएमयू, जम्मू यूनिवर्सिटी समेत देश की 105 यूनिवर्सिटीज में नए सेशन से चार साल का अंडरग्रैजुएट (UG) कोर्स शुरू होगा। चार साल का डिग्री प्रोग्राम ऑप्शनल है और छात्र चाहें तो तीन साल के बाद अपनी डिग्री लेकर जा सकते हैं।

 हरे निशान में खुले एशियाई बाजार। यूरोपीय मार्केट में तेजी। वहीं, पिछले कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए थे सेंसेक्स और निफ्टी।

पिछले 24 घंटों के दौरान, सौराष्ट्र और कच्छ, असम, सिक्किम, मणिपुर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई।कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश हुई। गुजरात क्षेत्र, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई।दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, ओडिशा और विदर्भ के कुछ हिस्सों और बिहार, जेनेटिक पश्चिम बंगाल, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक स्थान पर हीटवेव की स्थिति बनी।अगले 24 घंटों के दौरान, सौराष्ट्र और कच्छ, असम, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।गुजरात तट से दूर पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बहुत तेज हवाएं चल सकती हैं।तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है।कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।गुजरात क्षेत्र, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।



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