टीचर्स सेल्फ केयर टीम का तृतीय स्थापना दिवस

 

*टीचर्स सेल्फ केयर टीम (TSCT) का तृतीय स्थापना दिवस हुआ सम्पन्न*



लखनऊ।। उत्तर प्रदेश के बेसिक और माध्यमिक शिक्षको की असामयिक मृत्यु हो जाने पर उनके परिवारों को सीधे आर्थिक मदद पहुंचाने वाली संस्था टीचर्स सेल्फ केयर टीम का तृतीय स्थापना दिवस 26 जुलाई, बुधवार को लखनऊ के अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता "नंदी" तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर एमएलसी लाल जी प्रसाद निर्मल मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में टीएससीटी के प्रदेश भर के हजारों पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण से हुआ। इसके बाद अतिथियों और प्रदेश भर से आए हजारों पदाधिकारियों को मेडल और ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए पदाधिकारियों ने संस्था के संस्थापक मंडल का भी माला, बुके और पटुका पहनाकर सम्मानित किया। तीन वर्ष पहले इस टीम की स्थापना प्रयागराज के शिक्षक विवेकानंद और उनके साथियों सुधेश पाण्डेय, महेंद्र वर्मा एवं संजीव रजक द्वारा की गई। इस टीम द्वारा अब तक 3 वर्षो में 119दिवंगत शिक्षको के परिवारों को सीधे उनके खाते में लगभग 26करोड़ रुपए की आर्थिक मदद कर चुकी है।



     स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता "नंदी" ने कहा कि शिक्षको ने सदैव समाज में एक मिशाल पेश की है और टीचर्स सेल्फ केयर टीम ने आज पूरे प्रदेश भर में बहुत छोटी छोटी सी सहयोग राशि इकट्ठा करके करोड़ों रुपए की मदद कर डाली है। यह निश्चित रूप से बहुत ही अद्भुत कार्य है। उन्होंने संस्था को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वो सदैव संस्था के बेहतरी के लिए सहयोग प्रदान करेगे। विशिष्ट अतिथि एमएलसी लाल जी निर्मल ने कहा कि ऐसी योजनाओं को हर किसी को अनुसरण करना चाहिए और सहयोग की भावना को चेतना के रूप में विकसित करना चाहिए। 

      कार्यक्रम के संस्थापक एवं अध्यक्ष विवेकानंद ने कहा कि TSCT ने एकता की शक्ति की नई मिशाल पेश की है। संस्था ने 3वर्ष के अल्पावधि में ही एक ऐसा मुकाम हासिल किया है जो आज तक कभी नही हुआ। सह संस्थापक एवं प्रदेश महामंत्री सुधेश पाण्डेय ने कहा कि TSCT ने तकनीक के आधार पर प्रदेश की पहली ऐसी संस्था है जो पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है। टीम ने साबित किया है कि शिक्षक वाकई में राष्ट्र की नई नई विधाओं का निर्माता है। सह संस्थापक एवं प्रबंधक महेंद्र वर्मा ने कहा कि TSCT दिवंगत शिक्षको के परिवारों से बिना भाग दौड़ और किसी भी प्रकार के खर्च के बिना सीधे उसके द्वार जाकर परिवारों की मदद करती है। सह संस्थापक एवं कोषाध्यक्ष संजीव रजक ने कहा कि यह एक ऐसी संस्था है जो एक चाय को कीमत में करोड़ों की मदद करने जा रही है। इस अवसर पर प्रदेश पदाधिकारियों में अंकिता शुक्ला, अनिल वर्मा, विवेक मिश्र, अवनीश यादव, अखिलेश मिश्रा, सुमन भटोनिया, विपुल मिश्र, रितेश मिश्र, चंद्रशेखर सिंह, एवं नरेंद्र गंगवार ने अपने विचार रखें। प्रदेश प्रवक्ता डॉ० फर्रुख हसन और प्रदेश सचिव बबिता वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।

लखनऊ से अशोक कुमार कनौजिया

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