*ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत वुड आधारित उद्योग में ऑनलाइन आवेदन



: लखनऊ, यूपी टिम्बर‌ एसोसिएशन ने ब्रजेश पाठक जी को धन्यवाद ज्ञापित किया*



*ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत वुड आधारित उद्योग में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू– मोहनीश त्रिवेदी*

लखनऊ आज दिनांक 22 नवंबर 2023 को उत्तर प्रदेश टिम्बर‌ एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहनीश त्रिवेदी ने प्रदेश भर से आए टिंबर व्यापारियों के साथ आज उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री मा. ब्रजेश पाठक जी से भेंट कर उन्हे टिंबर व्यापारियों की कई वर्षो से चली आ रही समस्या के निवारण हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री त्रिवेदी ने बताया कि दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथ जी‌, उप मुख्यमंत्री मा. ब्रजेश पाठक जी, राज्य सभा सांसद मा. डा. दिनेश शर्मा जी एवम् वन मंत्री डा. अरुण कुमार सक्सेना जी द्वारा सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के टिंबर व्यापारियों को दिवाली का तोहफा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत काष्ठ आधारित उद्योगों के लिए लाइसेंस खोल कर दिया गया। श्री त्रिवेदी ने कहा कि सरकार के इस फैसले का स्वागत करते है, इससे प्रदेश में नई वुड आधारित उद्योग लगने के साथ ही पुश्तैनी टिंबर व्यापारियों की भी उम्मीदों को पंख लगा है साथ ही नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, किसानों को उनके फसल का उचित कीमत मिलेगी और एग्रो फाॅरेस्टरी सेक्टर का ग्रोथ होगा। श्री त्रिवेदी ने कहा कि पहले प्रदेश में वुड आधारित पैनल उद्योग लगाने में कई समस्याएं आती थी अब उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले से उत्तरप्रदेश में आरा मशीन, प्लाइवुड, एमडीएफ, पार्टिकल बोर्ड उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उप मुख्यमंत्री मा. ब्रजेश पाठक जी से भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित करने वालो में मुख्यरूप से अयोध्या से देवेंद्र प्रताप सिंह, सनोज गुप्ता,अंब्रिश गुप्ता, सत्य नारायण,रामतीरथ, अमरोह से मोहमद रजा, गाजियाबाद से सुरेंद्र, गाजीपुर से घनश्याम, शिव प्रताप आदि मौजूद रहे।मोहनीश त्रिवेदी*प्रदेश अध्यक्ष**उत्तर प्रदेश टिंबर एसोसिएशन*

लखनऊ से अशोक कुमार कनौजिया



 *उत्तर प्रदेश राज्य को अंतरदेशीय मछली पालन (मैदानी क्षेत्र) में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। गुजरात में आयोजित  कॉन्फ्रेंस में मिला पुरुस्कार*

मा० मुख्यमंत्री जी की मॉनिटरिंग का दिखा असर, अंतरदेशीय मछली पालन में यूपी अव्वल* 

*मत्स्य मंत्री लगातार भ्रमण से मत्स्य पालन क्षेत्र से जुड़े किसानों के प्रोत्साहन से आय वृद्धि रंग लाया मिला देश में प्रथम स्थान*

- प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की 31 परियोजनाओं का उत्तर प्रदेश में किया जा रहा संचालन* 

*लखनऊ, 21 नवंबर:* योगी सरकार द्वारा प्रदेश में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने एवं पालकों की आय बढ़ाने के प्रयास रंग लाई है। संजय निषाद जी के नेतृत्व में मत्स्य विभाग नित नए आयाम को छू रहा है। आज विश्व मछुआ दिवस के उपलक्ष्य पर अहमदाबाद में आयोजित ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया- 2023 में उत्तर प्रदेश राज्य को 

अंतरदेशीय मछली पालन (मैदानी क्षेत्र) में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। गुजरात मे आयोजित कांफ्रेस में उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री डॉ संजय निषाद जी को केंद्रीय मत्स्य एवं पशुधन मंत्री श्री पुरूषोत्तम रुपाला जी से पुरुस्कृत किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य एवं पशुधन राज्यमंत्री श्री संजीव बाल्यान जी, उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री रजनीश दुबे, एवं विशेष सचिव श्री प्रशांत शर्मा जी मौजूद रहे।*मत्स्य उत्पादन में हुई वृद्धि*मत्स्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए ही योगी सरकार ने मत्स्य विभाग की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री को दी। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप मत्स्य पालन से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतारा गया। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में पिछले साढ़े छह वर्षों में मत्स्य पालन और उत्पादन में काफी वृद्धि दर्ज की गयी है। सीएम योगी की दूरदर्शी सोच का असर है कि आज उत्तर प्रदेश ने पूरे देश में अंतरदेशीय मछली पालन में पहला स्थान प्राप्त किया है। पिछले साल जहां प्रदेश में मत्स्य उत्पादन 8.09 लाख मीट्रिक टन था, वहीं इस साल अब तक विभाग ने 9.15 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन किया है। इसी तरह पिछले साल की तुलना ने इस बार विभाग ने मत्स्य बीज उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की है। पिछले साल जहां 27,128 लाख मीट्रिक टन मत्स्य बीज उत्पादन था, वहीं इस बार अब तक 36,187 लाख मीट्रिक टन है। प्रदेश में वर्तमान में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत 31 परियोजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं के तहत अब तक 15282.5 लाख रुपये की धनराशि लाभार्थियों को वितरित की जा चुकी है। *68 जनपदों की नदियों में की जा रही रैंचिंग* प्देश में इस अब तक 1,16,159 मत्स्य पालकों को मछुआ दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिया जा चुका है। मालूम हो कि योजना के तहत हादसे में अपनी जान गंवाने वाले मत्स्य पालकों को 5 लाख, दिव्यांग होने पर 2.5 लाख और घायल होने पर 25 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। पहले जहां प्रदेश के 12 जनपदों की नदियों में रैंचिंग की जाती थी, वहीं वर्तमान में 68 जनपदों की नदियों में रैंचिंग की जा रही है। इतना ही नहीं प्रदेश को मत्स्य पालन का हब बनाने के लिए चंदौली में 62 करोड़ की लागत से अल्ट्रा मॉडर्न फिश मॉल का निर्माण किया जा रहा है। योगी सरकार ने इस साल अब तक 14,021 मत्स्य पालकों के 10772.77 लाख के बैंक कर्ज स्वीकृत किए हैं। विभाग की ओर से 1500 से अधिक मत्स्य पालकों को मत्स्य पालन में प्रशिक्षण दिया गया है।

लखनऊ से अशोक कुमार कनौजिया

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